–44 दिन बाद बीडीओ ने दी 20 हजार की सहायता, वार्ड सदस्य बोले पूरा मुआवजा मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा बक्सर खबर। नया भोजपुर थाना क्षेत्र के चन्दा गांव में बिजली विभाग की लापरवाही ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं। 5 मई की शाम करीब 5 बजे घर के पास अचानक गिरे बिजली के तार की चपेट में आकर 27 वर्षीय विशंभर कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। घटना उनके घर से महज 50 फीट की दूरी पर हुई थी। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमार्टम पुराना सदर अस्पताल में करवा कर उसी रात चरित्रवन श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़ित पत्नी ललिता देवी ने बताया कि 14 मई को इस दर्दनाक हादसे की शिकायत थाना में दर्ज कराई गई, लेकिन अब तक बिजली विभाग की ओर से किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब आकाशीय बिजली से मरने वालों को तत्काल चार लाख की राहत राशि दी जा रही है, तो उनके पति को क्यों नहीं? डुमरांव बीडीओ की ओर से बुधवार को 20 हजार रुपए की सांत्वना राशि दी गई, लेकिन परिवार का कहना है कि यह राशि नाकाफी है और न्याय से कोसों दूर है। चिलहरी पंचायत स्थित चंदा गांव के वार्ड संख्या 6 के सदस्य धनजी यादव ने साफ शब्दों में कहा कि “यह साफ तौर पर बिजली विभाग की लापरवाही है। जब तक मृतक के परिवार को समुचित मुआवजा नहीं मिलता, हम चुप नहीं बैठेंगे। अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।”