राजीव गांधी की यात्राएं उनके बिना अधूरी होती थीं: डॉ. सत्येंद्र ओझा बक्सर खबर। आधुनिक भारत के द्रष्टा और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के दौर में उनके नजदीकी साथियों में रहे पूर्व सिविल चीफ इंजीनियर प्रमथ नाथ पांडेय का आज निधन हो गया। उनके स्वर्गवास से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त हो गया है। राजीव गांधी के संसदीय क्षेत्र में सक्रिय रहते हुए पांडेय जी न केवल विकास योजनाओं से जुड़े रहे, बल्कि उनके विचारों को युवाओं तक पहुंचाने का काम भी करते थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्येंद्र ओझा ने कहा कि “हमारे ही शहर के सिविल लाइंस मुहल्ला निवासी और कांग्रेसी साथी नागेश दत्त पांडेय के बड़े भाई प्रमथ नाथ पांडेय से जब भी मुलाकात होती थी, तो राजीव गांधी से उनके संबंधों की चर्चा जरूर होती थी। वास्तव में प्रधानमंत्री जी की यात्राएं उनके बिना पूर्ण ही नहीं हो पाती थीं। प्रमथ नाथ पांडेय के निधन को राजनीति की दूसरी धुरी के चले जाने के रूप में देखा जा रहा है। एक ओर जहां राजीव गांधी देश के विकास की धुरी थे, वहीं दूसरी ओर पांडेय जी उस विचारधारा को समाज और युवाओं तक पहुंचाने का कार्य करते थे।