रासलीला में कृष्ण-राधा की सगाई देख भाव-विभोर हुए लोग बक्सर खबर। रामलीला समिति के तत्वावधान में किला मैदान में चल रहे 22 दिवसीय विजयादशमी महोत्सव का सोमवार को सोलहवां दिन रहा। इस मौके पर रामलीला व कृष्णलीला दोनों मंचित हुईं। देर रात जहां हनुमानजी के पराक्रम से पूरी लंका जल उठी, वहीं दिन में श्रीकृष्ण और राधा रानी की श्याम सगाई का मनोहारी प्रसंग प्रस्तुत किया गया। रामलीला मंडल राधा माधव रासलीला एवं रामलीला संस्थान, श्रीधाम वृंदावन के कलाकारों ने सुरेश उपाध्याय ‘व्यास जी’ के निर्देशन में लंका दहन प्रसंग का मंचन किया।
सुग्रीव द्वारा सीता खोज के लिए वानरों को भेजना, हनुमान जी का समुद्र पार कर लंका पहुंचना, अशोक वाटिका में माता सीता को मुद्रिका देना, रावण दरबार में पूंछ में आग लगाना और अंत में पूरी लंका को जला डालना इन दृश्यों ने पंडाल में रोमांच भर दिया। जैसे ही हनुमानजी ने स्वर्ण नगरी लंका में अग्नि प्रज्वलित की, पूरा मैदान जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। दिन के समय मंचित श्याम सगाई प्रसंग में दिखाया गया कि कैसे खेल-खेल में राधा और कृष्ण का परिचय होता है। श्रीकृष्ण, राधा जी को नंदगांव आमंत्रित करते हैं।

जब राधा रानी सखियों संग वहां पहुंचती हैं, तो कृष्ण उन्हें अपनी मैया से मिलवाते हैं। मैया यशोदा राधा की दिव्य छवि देखकर भावविभोर हो जाती हैं और उन्हें श्रृंगार कर गोद भरती हैं। इसी के साथ कन्हैया की सगाई पक्की होती है। इस प्रसंग को देखकर दर्शक राधे-कृष्ण के जयकारे लगाते रहे। लीला मंचन के दौरान आयोजन समिति के पदाधिकारी बैकुण्ठ नाथ शर्मा, हरिशंकर गुप्ता, सुरेश संगम, कृष्णा वर्मा, उदय सर्राफ, जोखन जी, चिरंजी लाल चौधरी, नारायण राय समेत अन्य गणमान्य भी मौजूद रहे।