महर्षि विश्वामित्र वाटिका व मुक्ति विक्रय केन्द्र का हुआ उद्घाटन, बंदियों को मिला प्रशिक्षण प्रमाण पत्र बक्सर खबर। जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह ने शनिवार को केन्द्रीय कारा का निरीक्षण किया और बंदी दरबार का आयोजन किया। इस दौरान एसपी शुभम आर्य, डीडीसी आकाश चौधरी, सिविल सर्जन शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती, सदर एसडीएम अविनाश कुमार समेत कई जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। जेल पहुंचने पर कारा अधीक्षक ज्ञानिता गौरव ने गार्ड ऑफ ऑनर और बुके देकर डीएम का स्वागत किया। वहीं, बंदियों ने स्वागत-गान गाकर माहौल को भावुक बना दिया।
डीएम ने महर्षि विश्वामित्र वाटिका और मुक्ति विक्रय केन्द्र का उद्घाटन किया। इसके अलावा, आरसेती से प्रशिक्षित 25 बंदियों को प्रशिक्षण प्रमाणपत्र भी सौंपा गया। बंदियों ने कुल 17 आवेदन देकर अपनी-अपनी समस्याएं सामने रखीं। इसमें जमीन कब्जा, सर्वे विवाद और परिवार को असामाजिक तत्वों द्वारा तंग करने जैसी शिकायतें प्रमुख थीं। डीएम ने सभी समस्याओं की समीक्षा की और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। डीएम ने जेल की साफ-सफाई, भोजन, आवास और अनुशासन की जांच की। साथ ही निर्माणशाला में वस्त्र निर्माण कार्य देखे और बंदियों की मेहनत और कुशलता की सराहना की।

डीएम और एसपी ने बंदियों से कहा कि वे सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ उठाकर जेल से बाहर निकलने के बाद परिवार और समाज में सकारात्मक ऊर्जा के साथ जुड़ें और मुख्य धारा में शामिल हों। बंदी दरबार के दौरान कैदियों ने अपनी बात सीधे जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के सामने रखी। उन्हें इस बात की खुशी थी कि उनकी समस्याएं अब शीर्ष अधिकारियों तक पहुंच गई हैं।