विधानसभा चुनाव कार्य जारी रखते हुए अधिकारियों ने कहा- मांगें न मानी गईं तो करेंगे बड़ा आंदोलन बक्सर खबर। बिहार सहकारिता प्रसार पदाधिकारी संघ के आह्वान पर मंगलवार को पूरे बिहार के जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय सांकेतिक धरना का आयोजन किया गया। इसी क्रम में बक्सर जिला इकाई भी जिला सहकारिता कार्यालय में धरना पर बैठे। धरना का नेतृत्व प्रदेश महासचिव शशि भूषण कुमार ने किया। धरने के दौरान सभी पदाधिकारी गांधी जी और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के नीचे नारे लगाते हुए अपनी मांगों पर डटे रहे। उन्होंने कहा कि धरने के बीच भी विधानसभा चुनाव से संबंधित सभी कार्य यथावत चलता रहा। पदाधिकारियों ने कहा कि उनका आंदोलन चुनावी कामकाज में कोई बाधा नहीं डालेगा, बल्कि यह सिर्फ अपनी आवाज बुलंद करने का तरीका है।
धरने पर बैठे पदाधिकारियों ने सरकार के सामने कुल 9 सूत्री मांगें रखीं, जिनमें प्रमुख हैं : सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों के खिलाफ पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बंद हो। मूल कोटि से संवर्ग को राजपत्रित किया जाए। विभागीय योजनाओं के लिए वाहन व ड्राइवर की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। सहकारिता बैंक में नियमावली बदलकर महाप्रबंधक और उपमहाप्रबंधक का पद इस संवर्ग को दिया जाए। व्यापार मंडल में सहायक प्रबंधक की नियुक्ति हो। पंचायत स्तर पर दक्ष कर्मियों की बहाली की जाए।प्रखंड स्तर पर सहकारिता मंडल की स्थापना कर क्लर्क व कार्यालय की व्यवस्था की जाए। पैक्स द्वारा धान खरीद में लापरवाही पर सहकारिता बैंक अवॉर्ड/सर्टिफिकेट देकर दोषियों पर नीलम पत्र वाद चलाए। सेवा संपुष्टि और प्रमोशन की प्रक्रिया नियमित जारी रखी जाए।

धरना स्थल से जिला अध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने कहा कि यदि सरकार उनकी जायज मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लेती है तो संघ आगे और भी कड़ा आंदोलन करेगा।धरना स्थल पर जिला सचिव अमित कुमार, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार, प्रदेश संघ के ज्वाइंट सेक्रेट्री महफूज आलम, महिला मामलों की मंत्री मीनाक्षी जी, समेत कई पदाधिकारी व सदस्य बैठे।