पेंशनरों ने समाहरणालय के समक्ष किया जोरदार प्रदर्शन, केंद्र सरकार से संशोधन वापस लेने की मांग बक्सर खबर। अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी पेंशन फेडरेशन के आह्वान पर मंगलवार को जिला पेंशनर एसोसिएशन के बैनर तले समाहरणालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया गया। नगर भवन से शुरू हुई यह रैली समाहरणालय पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। प्रदर्शन की अगुवाई जिला संयोजक अरुण कुमार ओझा, परमहंस सिंह एवं अमरनाथ सिंह ने की। प्रदर्शनकारियों की एक सूत्री मांग थी कि प्रधानमंत्री भारत सरकार आठवें वेतन पुनरीक्षण से पेंशनरों को वंचित करने वाले प्रावधान को अविलंब वापस लें।
संयोजक अरुण कुमार ओझा ने कहा कि यह संशोधन न केवल पेंशनरों में भेदभाव पैदा करेगा, बल्कि यह सातवें वेतन आयोग की भावना और माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के भी प्रतिकूल है। उन्होंने इसे घोर आपत्तिजनक करार दिया। उन्होंने आगे कहा कि पेंशन सेवानिवृत्त कर्मचारियों का मौलिक अधिकार है, जो उनके लिए सामाजिक सुरक्षा का सबसे बड़ा स्त्रोत है। इसे किसी भी सूरत में खत्म नहीं किया जा सकता। प्रदर्शन के दौरान जिलाधिकारी से यह भी अनुरोध किया गया कि पूर्व की भांति प्रत्येक माह के अंतिम दिन सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों के लिए जिला मुख्यालय के सभा कक्ष में विदाई पार्टी का आयोजन फिर से शुरू किया जाए। इससे न केवल सम्मानजनक विदाई मिलती है, बल्कि कर्मचारियों को सेवान्त लाभ का 75% भाग त्वरित रूप से प्राप्त हो जाता है, जिससे आगे की प्रक्रिया भी शीघ्र होती है।प्रदर्शन में हरे राम सिंह, कन्हैया सिंह, बंगाली दादा, सुरेंद्र प्रसाद, मदन प्रसाद, राम विजय शाह, अवध बिहारी सिंह सहित अन्य पेंशनभोगी शामिल हुए।