बक्सर खबर : डुमरांव थाना अंतर्गत सुरौधां के पास कोयला कारोबारी सुनिल उपाध्याय से लूट की घटना फर्जी है। दोपहर एक बजे के लगभग हुई वारदात में पूरी सच्चाई खुलकर सामने आ गयी है। पुलिस ने सोमवार की शाम होने से पहले यह तथ्य पता लगा लिया था। जिसकी जानकारी देर रात एसपी उपेन्द्र शर्मा बक्सर खबर को दी थी। मंगलवार को इस मामले में डुमरांव डीएसपी कमलापति सिंह व इंस्पेक्टर एस एस ठाकुर ने पीसी आयोजित कर पूरी कहानी सार्वजनिक की। सुनिल ने भी मीडिया को बताया कि उसके उपर काफी कर्ज है। जिससे बचने के लिए उसने ऐसा किया। वह नावानगर के रेंका गांव का रहने वाला है। अपने फुफेरे भाई आशीर्वाद मिश्रा के साथ मिल लूट की फर्जी कहानी बनायी। उसने सोमवार को बताया था कि रुपये वह चिमनी भट्ठा से वसूल कर ला रहा था। जांच में पता चला कि उसने कहीं से रुपया नहीं लिया। यह बात पुलिस को खटकी और उससे पूरी कहानी उगलवा ली। अपनी गलती कबूल करने के बाद पुलिस ने फिलहाल उसे जाने दिया है। पर यह हो सकता है कि झूठा केस करने के आरोप में उसे आगे जेल जाना पड़े।
नाहक चले गए एक लाख
बक्सर : जांच के क्रम में पुलिस को पता चला कि कोरानसराय के चिमनी मालिक विवेक उपाध्याय से उसने एक लाख रुपये रविवार को लिए थे। पुलिस ने जब सुनिल के घर की तलाशी ली तो वह एक लाख रुपये घर से बरामद हुए। पुलिस वह रुपये भी जब्त कर लिए हैं। सुनिल द्वारा कर्ज से बचने के लिए किए गए इस नाटक में घर में रखा एक लाख रुपया भी पुलिस के कब्जे में चला गया।






























































































