बक्सर खबर : नया बाजार के सीताराम विवाह आश्रम को ठगने वाले गिरोह के सभी दस सदस्य गिरफ्तार हो गए हैं। इस गिरोह में सभी सदस्य एक ही परिवार के हैं। जिसका मुखिया जय देव प्रसाद है। जिसने अपना नाम बदलकर मोहन जी रखा हुआ था। यह परिवार मूल रुप से कोटा राजस्थान का निवासी है। यह अपने आप को गुजरात का निवासी बता ठगी का धंधा करता था। पुलिस की माने तो यह गिरोह पिछले इकतीस वर्ष से इस धंधे में शामिल है। पहली बार यह पकड़ में आया है। पाठकों को याद होगा। दुर्गा पूजा के पहले मंदिर के महंत राजाराम शरण जी इसकी प्राथमिकी दर्ज करायी थी। गुजरात के मोहन प्रसाद ने उनसे गिरी नश्ल की गाय देने के लिए छत्तीस लाख रुपये लिए थे। पुलिस ने इस गिरोह को ट्रेस करना शुरु किया। तभी पता चला कि यह गिरोह एक और जगह ठगी के पहुंचा है। पुलिस वहां गयी तो सभी सदस्य पकड़े गए। पुलिस के अनुसार जयदेव प्रसाद उर्फ मोहन उसकी पत्नी, पांच बेटियां और तीन बेटे हैं। यह हमेशा भ्रमण में ही रहते हैं। इनका कोई स्थायी ठिकाना नहीं। सारा सामान साथ लिए यह देश के हिन्दी भाषी क्षेत्रों में मंदिरों को ही अपनी ठगी का निशाना बनाते हैं।































































































