सराहनिय प्रयास: कौशल विकास के लिए मनोविज्ञान का सहारा

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बक्सर खबर। छात्रों में छुपे हुनर को निखारने के लिए मंगलवार को फाउंडेशन स्कूल ने बहुत ही सार्थक पहल की। विद्यालय के सभागार में ‘मनोविज्ञान से कौशल की पहचान’ विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में वर्ग दसवीं के सभी विद्यार्थी तथा उनके अभिभावकों ने हिस्सा लिया। एम टू एक्सेल संस्था के संस्थापक अंकित नारायण के द्वारा विद्यार्थियों के मनोवैज्ञानिक परीक्षण के महत्व के बारे में छात्रों को बताना शुरू किया। फिर क्या था उन्होंने अपनी बातों से छा़त्रों को एकाग्रचित कर लिया। गुरूग्राम दिल्ली की इस संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयोग को अभिभावक भी ध्यान से सून समझ रहे थे।

दसवीं के सभी विद्यार्थियों का ऑनलाइन मनोवैज्ञानिक परीक्षण किया गया था। विद्यार्थी को उसके व्यक्तित्व से जुड़े महत्वपूर्ण पहलूओं को बताने के लिए प्रकाशित रिपोर्ट वितरित किया गया। अपनी प्रकाशित रिपोर्ट प्राप्त कर विद्यार्थी बहुत ही उत्साहित थे। इस रिपोर्ट में प्रत्येक विद्यार्थी के गुणों का, उनकी रुचियाँ, उनके लिए सही करियर की जानकारी उपलब्ध है। अब अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए उनका करियर चुनने में काफी सहूलियत होगी। इस प्रकार के मनोवैज्ञानिक परीक्षण को करवाना आसान नहीं होता है क्योंकि इस टेस्ट में प्रत्येक विद्यार्थी को लगभग दो घंटे का समय देना पड़ता है। यह टेस्ट वर्ग दसवीं के सभी विद्यार्थियों ने दिया है इसके लिए वो गर्मी की छुट्टियों में भी आते रहे। विद्यालय प्रबंधन अपने विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए हर सत्र में एक कदम आगे बढ़कर परिश्रम करता है। इसकी तैयारी शिक्षक के माध्यम से पहले से करनी होती है। जिसे फाउंडेशन स्कूल ने अपने प्रयास से सफल किया। विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि सेमिनार के बाद विद्यार्थियों के छोटे-छोटे समूहों की काउंसेलिंग की गई। इस काउंसेलिंग के सत्र में विद्यार्थियों ने अपने प्रश्न पूछे और उसका समाधान जाना। शिक्षक मनोज कुमार ने बताया काउंसेलिंग का यह सत्र 24-08-2019 को भी जारी रहेगा।

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