बक्सर खबर : औद्योगिक थाने की पुलिस निरंकुश हो गयी है। जिसको जब चाहा पकड़ लिया। भले ही वह बेकसूर हो। यहां का प्रशासन ऐसे पुलिस पदाधिकारियों को संरक्षण दे रहा है। इसका आरोप लगाते हुए अहिरौली गांव के लोगों ने रविवार को एनएच जाम किया। उग्र लोग सड़क पर टायर जला जमकर नारेबाजी की। इनका कहना था कि पुलिस ने अहिरौली के झमन चौधरी और सुबाष चौधरी को पिछले कई दिनों से गिरफ्तार कर रखा है। न तो उनका चालान हो रहा है न ही उन्हें छोड़ा जा रहा है। जब घर अथवा गांव वाले इस मामले में कुछ पूछते हैं तो उन्हें गाली दी जाती है। पुलिस ने उन्हें पिछले 16 जनवरी को चुरामनपुर सेंट कार्मेल स्कूल के पास हत्या कर फेंके गए युवक की हत्या मामले में हिरासत में लिया था। उसकी पहचान अजीत कुमार पिता शिवशंकर गोंड, ग्रमा उमरपुर नयी बस्ती, थाना नरही जिला बलिया उत्तर प्रदेश के रुप में हुई थी। उसके परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि उसकी हत्या प्रेम प्रसंग के कारण हुई है। वह पटना पढ़ता था। जहां अहिरौली की एक शादी-शुदा लड़की रहती है। इसी वजह से उसके बेटे की हत्या हुई थी। 14 जनवरी को उसका बेटा अपने गांव से सिमरी के रास्ते बक्सर से लिए निकला था। दो दिन बाद चुरामनपुर के पास उसकी उसकी लाश मिली। जब प्राथमिकी दर्ज हुई तो पुलिस ने उसी के आधार पर इनको दबोचा था। इस संबंध में पूछने पर एसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज है। इस लिए उनसे पूछताछ जरुरी थी। जो बातें सामने आयी हैं। उससे यह प्रमाणित नहीं हो रहा कि यह दोनों हत्या में शामिल हैं। उनको रिहा करने का निर्देश दिया गया है।






























































































