जिला कांग्रेस कार्यालय व कैंप कार्यालय में आयोजित हुई शोक सभा, दो मिनट का मौन व श्रद्धासुमन अर्पित बक्सर खबर। झारखंड आंदोलन के जननायक, झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ‘गुरुजी’ के निधन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। जिला कांग्रेस कमिटी कार्यालय व चीनी मिल मोहल्ला स्थित कांग्रेस कैम्प कार्यालय में अलग-अलग आयोजित शोक सभाओं में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जिला कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित शोक सभा की अध्यक्षता पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने की। सभा की शुरुआत दो मिनट के मौन से हुई, जिसमें सभी ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। डॉ. मनोज पांडेय ने श्रद्धांजलि स्वरूप अपने वक्तव्य में कहा “यह सिर्फ एक शख्सियत का नहीं, एक पूरे युग का अंत है। ‘गुरुजी’ का जीवन संघर्ष, सेवा और संकल्प की मिसाल रहा है। उन्होंने झारखंड की माटी में चेतना की लौ जलाई और आदिवासी, दलित व वंचित समाज को एक नई राजनीतिक पहचान दी।”
शोक सभा में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता त्रिलोकी नाथ मिश्रा, भोला ओझा, विनय कुमार सिंह, त्रिजोगी नारायण मिश्रा, अभय मिश्रा, अजय यादव, राजू यादव, बबन तुरहा, विपिन तुरहा, रवि शंकर पटवा, राकेश कुमार, झूलन सिंह मास्टर समेत कई नेताओं ने गुरुजी को श्रद्धांजलि दी। दूसरी ओर, कांग्रेस कैंप कार्यालय में भी झारखंड के लोकप्रिय नेता शिबू सोरेन के निधन पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस सभा की अध्यक्षता जिला कांग्रेस के पूर्व वरीय उपाध्यक्ष ललन मिश्र ने की, जबकि संचालन युवा कांग्रेस के राकेश तिवारी ने किया।
सभा में बिहार प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएन चौबे ने कहा कि “शिबू सोरेन झारखंड के निर्माता ही नहीं, वहां के गांधी थे। उनके योगदान को शब्दों में नहीं समेटा जा सकता। उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी।”बताया गया कि गुरुजी ने दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह न केवल झारखंड बल्कि अविभाजित बिहार के भी जनप्रिय नेता रहे। इस अवसर पर प्रो. पीके मिश्रा, राहुल चौबे, बंकटेश चौबे, अधिवक्ता अजय दुबे, रवि पांडेय, सुशील पाठक, अशोक पांडेय, जगलाल राम, श्रीनिवास राम, मिथिलेश सिंह, मो. शमसुद्दीन, मो. सरफुद्दीन, असफाक सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।