कायस्थ परिवार ने प्रथम राष्ट्रपति के योगदान को किया याद बक्सर खबर। भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती के अवसर पर कायस्थ परिवार जिला कार्यालय में गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका नेतृत्व प्रदेश संयोजक अधिवक्ता सुमन कुमार श्रीवास्तव ने किया। उन्होंने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद सिर्फ देश के प्रथम राष्ट्रपति ही नहीं, बल्कि एक कुशल राजनीतिज्ञ, वकील और पत्रकार भी थे। उन्होंने 1950 से 1962 तक राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी निभाई। बिहार के जीरादेई गांव में जन्मे डॉ. प्रसाद ने कोलकाता विश्वविद्यालय से एमए और एलएलबी की पढ़ाई की। वे मुजफ्फरपुर के एक कॉलेज में अध्यापन भी कर चुके थे तथा पटना और कोलकाता हाई कोर्ट में वकालत भी की।
उन्होंने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तीन बार अध्यक्ष रहे और 1962 में भारत रत्न से सम्मानित किए गए। ऐसे महान व्यक्तित्व की प्रतिमा बक्सर में अवश्य लगनी चाहिए। इस प्रस्ताव का कार्यक्रम में मौजूद सभी कायस्थ परिवार के सदस्यों सहित विभिन्न समाजों के लोगों ने एक स्वर में समर्थन किया। कार्यक्रम में सत्यम श्रीवास्तव, वैदेही श्रीवास्तव, सौरभ श्रीवास्तव, जयप्रकाश सिन्हा, राजेश सिन्हा, राकेश यादव, ददन सिंह, वशिष्ठ दुबे, सुरेंद्र सिन्हा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।






























































































