पवनी मध्य विद्यालय की 12 छात्राएं पहुंचीं अस्पताल, अभिभावकों में रोष बक्सर खबर। एचपीवी टीकाकरण अभियान के तहत बुधवार को पवनी मध्य विद्यालय में छात्राओं को टीका लगाया जा रहा था, लेकिन इस दौरान अचानक दर्जनभर बच्चियों की तबीयत बिगड़ गई। किसी को चक्कर आया, किसी को उल्टी-दस्त होने लगे और कुछ छात्राएं तो बेहोश तक हो गईं। घबराए स्कूल प्रशासन ने आनन-फानन में सभी बच्चियों को चौसा सीएचसी पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय में 6 से 14 वर्ष की उम्र की कुल 93 बच्चियों को एचपीवी का टीका लगाया गया। उनमें से करीब 12 बच्चियों को टीका लगने के बाद शारीरिक परेशानी महसूस हुई। कुछ बच्चियों ने शिकायत की कि उन्हें चक्कर आ रहे हैं, पेट में मरोड़ है और उल्टी जैसा महसूस हो रहा है। मौके पर न तो पर्याप्त प्राथमिक चिकित्सा थी और न ही कोई प्रशिक्षित मेडिकल टीम।
बीमार पड़ी बच्चियों में कक्षा 8 की रेखा, टुनी, करिश्मा, रूबी, रीना, खुशबू और बिंदु शामिल हैं। वहीं कक्षा 6 की लक्ष्मी, साक्षी, निधि और रोशनी तथा कक्षा 5 की पार्वती की हालत भी बिगड़ी। परिजनों को जैसे ही खबर मिली, वे स्कूल और अस्पताल पहुंच गए। परिजनों का आरोप है कि बच्चों को न तो टीकाकरण के बारे में सही जानकारी दी गई और न ही मानसिक रूप से इसके लिए तैयार किया गया। घटना के बाद स्वास्थ्य महकमा भी हरकत में आ गया। सिविल सर्जन डॉ. शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती ने बताया कि कुल 93 छात्राओं को टीका दिया गया था, जिनमें से 12 की तबीयत अस्थायी रूप से बिगड़ी। उन्होंने कहा, “घबराहट और भय के कारण बच्चियों की स्थिति ऐसी हुई। सभी का इलाज कर दिया गया है और अब कोई खतरे में नहीं है।”
एचपीवी टीका बच्चियों को गर्भाशय कैंसर से बचाने के लिए लगाया जाता है। यह टीकाकरण जरूरी तो है, लेकिन इससे पहले जागरूकता, सही जानकारी और मानसिक तैयारी अत्यंत आवश्यक होती है।