प्रगति नहीं तो जवाब तलब, संस्थागत प्रसव से लेकर टीबी जांच तक के कार्यों की गहन समीक्षा बक्सर खबर। स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के मकसद से शुक्रवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में प्रभारी जिलाधिकारी-सह-उप विकास आयुक्त आकाश चौधरी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इस दौरान विभागीय कार्यों की प्रगति पर गहराई से चर्चा हुई और लापरवाह अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गई।राजपुर और चक्की प्रखंड में संस्थागत प्रसव की धीमी रफ्तार पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से जवाब तलब किया गया है। सिविल सर्जन को निर्देश मिला कि वे रिपोर्ट सहित जवाब प्रस्तुत करें और सभी प्रखंडों में प्रसव दर सुधारें।
एसएनसीयू में तैनात डॉक्टरों की समय पर उपस्थिति, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जीएनएम की नियमानुसार प्रतिनियुक्ति और सभी केंद्रों पर रोगी कल्याण समिति की नियमित बैठक सुनिश्चित करने को कहा गया। सदर अस्पताल में मरीजों की देरी से नाराज प्रभारी डीएम ने 30 मिनट के अंदर जर्नी टाइम और वेटिंग टाइम सुनिश्चित करने को कहा। सभी चिकित्सकों और कर्मियों का वेतन अब बायोमेट्रिक उपस्थिति से ही मिलेगा। राजपुर में टीबी मरीजों की पहचान में लचर प्रदर्शन और पोषण पुनर्वास केंद्र में केवल सात बच्चों के इलाज पर गहरी नाराजगी जताई गई।
सिविल सर्जन को आईसीडीएस से समन्वय कर कुपोषित बच्चों को केंद्र तक लाने के निर्देश दिए गए। बैठक में एनक्यूएएस और कायाकल्प योजना में प्रगति लाने के लिए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को अगली बैठक से पहले आवश्यक तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए गए।


































































































