बक्सर खबरः दहेज के लिए एक और बहू की हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं साक्ष्य मिटाने के लिए शव को जला दिया गया। घटना इटाढ़ी थाना क्षेत्र के जलवांसी गांव की है। जहां चार दिन दहेज के दानवों ने अपनी ही बहू को मार डाला। पुलिस से बचने के लिए आनन-फानन में बिना मायके वालों के सूचना के लाश को जला भी दिया। जब इसकी सूचना भोजपुर जिला के जगदीशपुर थाना के स्थानीय गांव निवासी मृत शिल्पी(26) के पिता देवव्रत ओझा को मिली तो वह दौड़े बेटी के ससुराल पहुंचे। परन्तु वहां पुरूष कोई मौजूद नहीं था। महिलाओं ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद थाने पहुंचे थाने से पुलिस जलवांसी गयी। परन्तु वहां मौजूद महिलाओं ने दरवाजा नहीं खोला।
धीरे-धीरे बात यह मीडिया तक पहुंची। थानेदार मो. शमीम अहमद से बाद हुई उन्होंने सुबह में ही पुरे मामले को नकार दिया। परन्तु शाम में उसी शिकायत पर पति ब्रजेश दूबे, ससुर जवहर लाल दूबे उर्फ टुनटुन दूबे समेत छह लोगों पर एफआइआर दर्ज किया गया। मृतक के पिता देवब्रत ने बताया बेटी की शादी छह साल पहले हुई थी। वह अपने पति के साथ सुरत रहती थी। घटना से पांच दिन पूर्व आयी थी। परन्तु उसका दामपत्य जीवन दहेज के लिए परिवार वालों ने नरक बना दिया था। हमलोग समझते थे कि समय के साथ बदल जाएंगे। परन्तु यह नहीं पता था कि हमारी लाड़ली को मौत के घाट ही उतार देगें। अब देखना है कि इटाढ़ी पुलिस टुनटुन दूबे के राजनीतिक रसुख के आगे झुकती है। या शिल्पी के बुढ़े बाप को इंसाफ मिलता है। क्योंकि चार दिनों से पुलिस की कार्य प्रणाली शक के दायरे में है।



































































































