बक्सर खबर। वर्ष 1985 से वर्ष 2000 तक लगातार डुमरांव विधायक और राजद सरकार में भवन निर्माण मंत्री रहे चौगाई निवासी बसंत सिंह का शुक्रवार की रात पटना में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से उनके गांव ही नहीं जिले में भी शोक की लहर है। आज शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि वे काफी समय से बीमार चल रहे थे।
चौगाईं निवासी बसंत सिंह के परिवार की स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनके पिता स्वंत्रता सेनानी थे। गांधी के नमक स्त्याग्रह में उन्होंने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था। क्षेत्र में परिवार के मान के चलते बसंत सिंह ने पहली बार कांग्रेस की टिकट पर डुमरांव सीट से विधायक का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। बाद में राजीव गांधी से मतभेद के चलते जब विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कांग्रेस छोड़कर जनता दल बनाया तो बसंत सिंह ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया और जनता दल की टिकट पर फिर से डुमरांव सीट से बिहार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। जनता दल में टूट के बाद जब लालू प्रसाद ने राष्ट्रीय जनता दल बनाया तो बसंत सिंह उनके साथ हो लिए। राबड़ी देवी जब बिहार की मुख्यमंत्री बनीं तो उनके मंत्रीमंडल में बसंत सिंह को भी भवन निर्माण मंत्री बनाया गया था।































































































