-प्रभावित किसान यूनियन ने कहा प्रशासन और कंपनी कर रहे किसानों का सहयोग
बक्सर खबर। चौसा में चल रहा प्रभावित किसानों का धरना लगातार ग्यारह माह से जारी है। शुक्रवार को यहां दो-दो विधायक किसानों के धरने में पहुंचे। माले विधायक अजीत कुशवाहा और फिर कांग्रेस के विधायक संजय तिवारी। दोनों ने आंदोलन को उचित ठहराया। विधायक तिवारी ने कहा कि यह विषय विधानसभा में उठाया जा चुका है। जबकि अजीत कुशवाहा ने तो केन्द्र सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कश्मीर से लेकर छत्तीसगढ़ तक की नक्सली समस्या को भी जमीन की लड़ाई बताया।
एक तरफ जहां शुक्रवार को यहां जमकर राजनीति हुई। वहीं दूसरी तरफ प्रभावित किसान यूनियन के संयोजक व अध्यक्ष ने सूचना दी कि कुछ लोग किसानों को भ्रमित कर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। यूनियन के संयोजक अशोक तिवारी ने अपने संदेश में कहा कि पांच अगस्त को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में प्रभावित किसान मोर्चा की बैठक हुई थी। 18 सदस्यों की अनुश्रवण समिति बनी है। कार्य का अवलोकन कर रही है। साथ ही उसकी प्रतिमाह समीक्षा बैठक भी होनी है।
पाइप लाइन व रेल कॉरिडोर के लिए जिस भूमि का अधिग्रहण हो रहा है। उसके मुआवजा से संबंधित मामला लारा में चल रहा है। लोगों को इसमें सहयोग करना चाहिए। क्योंकि जिले को एक बहुत बड़ा विकास कार्य चल रहा है। प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में है। इससे पूरे चौसा के विकास पर प्रभाव पड़ेगा। लेकिन, कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं। समस्या का समाधान बात से ही होना है। तो उस तरफ ध्यान देना चाहिए न की समस्या को उलझाएं रहने में।


































































































