कांग्रेस कार्यालय में भावपूर्ण कार्यक्रम, इंदिरा जी के योगदानों को किया याद बक्सर खबर। जिला कांग्रेस कार्यालय में बुधवार को भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 108वीं जयंती श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय, वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इंदिरा जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि स्वर्गीय इंदिरा गांधी सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विश्व की एक प्रभावशाली और निर्णायक नेता थीं। उन्होंने तीन बार देश का नेतृत्व किया और चौथी बार सेवा करते हुए देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उन्होंने 1971 के भारत–पाक युद्ध का उल्लेख करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के मजबूत नेतृत्व के कारण बांग्लादेश का गठन हुआ। उनके साहस से प्रभावित होकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें दुर्गा की उपाधि दी थी।
प्रदेश प्रतिनिधि डॉ. प्रमोद ओझा ने कहा कि 1974 में हुए भारत के पहले परमाणु परीक्षण में इंदिरा गांधी की निर्णायक भूमिका थी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय दबाव की परवाह किए बिना राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा और भारत की वैश्विक शक्ति को मजबूत किया। इस अवसर पर पटना कॉलेज के डॉ. सिद्धार्थ भारद्वाज, शिवम दुबे सहित अन्य विद्वानों ने इंदिरा गांधी के जीवन, संघर्ष और राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष संजय पांडेय ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि कांग्रेसजनों का कर्तव्य है कि वे राष्ट्रहित को सर्वोच्च रखते हुए इंदिरा गांधी के बताए मार्ग पर चलें। श्रद्धांजलि सभा में वरीय कांग्रेस नेता कामेश्वर पांडेय, संजय पांडेय, महिमा शंकर उपाध्याय, त्रियोगी मिश्र, महिला कांग्रेस की सदर अध्यक्ष रूनी देवी, कुमकुम देवी, संजय दुबे उर्फ पप्पू दुबे, रामप्रसाद द्विवेदी, निर्मला देवी, मोहन प्रसाद वर्मा, बब्बन तुरहा, लाल साहब सिंह, सुदर्शन सिंह समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए।
































































































