दुर्गंध से राहगीरों का जीना दुश्वार, प्रशासन से कार्रवाई की गुहार बक्सर खबर। एनएच 922 पर सफर करने वालों के लिए प्रताप सागर और चंदा गांव के बीच का रास्ता इन दिनों किसी सजा से कम नहीं है। फोरलेन किनारे लगातार कचरा फेंका जा रहा है। धूप में उठती बदबू से राहगीरों का सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि आसपास के गांवों से कचरा इकट्ठा कर कार्यरत एनजीओ के सफाईकर्मी सीधे फोरलेन किनारे डाल रहे हैं। धीरे-धीरे यह ढेर इतना बढ़ गया है कि न सिर्फ गंदगी फैल रही है, बल्कि सड़क किनारे हादसे का भी खतरा मंडरा रहा है।
राहगीरों का कहना है कि तेज धूप में कचरे से उठने वाली दुर्गंध इतनी तेज होती है कि कई बार बाइक या चारपहिया रोककर ही लोग सांस ले पाते हैं। लगातार गुजरने वालों के लिए यह नजारा बेहद परेशान करने वाला है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस अवैध डंपिंग पर तुरंत रोक लगाई जाए और कचरे के निस्तारण की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह समस्या विकराल रूप ले सकती है और जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन जाएगी।