इलाज के बावजूद नहीं मिला आराम, मानसिक तनाव में रहता था युवक बक्सर खबर। लंबे समय से फाइलेरिया की बीमारी से जूझ रहे एक युवक ने आखिरकार तंग आकर अपनी जान दे दी। घटना राजपुर की है, जहां 19 वर्षीय निशांत पाण्डेय ने सोमवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। निशांत राजपुर निवासी अशोक पाण्डेय का सबसे छोटा बेटा था। मंगलवार सुबह चार बजे जब उसकी मां उसे देखने कमरे में गई, तो दिल दहला देने वाला मंजर सामने आया। निशांत छत की बीम से फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। यह दृश्य देखते ही घर में कोहराम मच गया। परिवार ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी।
परिजनों ने बताया कि निशांत कई वर्षों से फाइलेरिया से पीड़ित था। देश के कई हिस्सों में उसका इलाज कराया गया, लेकिन उसके पैर की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसी वजह से वह हमेशा तनाव में रहने लगा था। परिवार वालों ने उसे कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन बीमारी की तकलीफ ने उसे अंदर से तोड़ दिया था। घटना की सूचना मिलते ही राजपुर थानाध्यक्ष संतोष कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है और युवक की बीमारी ही इसका प्रमुख कारण लग रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और जांच की जा रही है। निशांत तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी मौत से पूरा परिवार सदमे में है। माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा है और लोग इस दर्दनाक घटना से स्तब्ध हैं।