माले, आईसा और आरवाईए का आक्रोश मार्च, चुनाव आयोग पर पक्षपात के आरोप बक्सर खबर। “चुनाव चोर, गद्दी छोड़”… “लोकतंत्र बचाओ, संविधान बचाओ”… इन नारों से सोमवार को स्टेशन रोड स्थित ज्योति प्रकाश चौक गूंज उठा। 9 से 11 अगस्त तक देशव्यापी अभियान के तहत भाकपा माले, आईसा और आरवाईए कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए आक्रोश मार्च निकाला। माले नगर सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि 2024 के आम चुनाव में मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। राहुल गांधी ने बेंगलुरु की महादेवपुरा विधानसभा सीट से चुनावी डकैती के पुख्ता सबूत पेश किए, जो कोई अलग घटना नहीं बल्कि देशभर में चल रही संगठित ठगी का हिस्सा है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग सच्चाई सामने लाने के बजाय विपक्षी नेताओं पर दबाव बना रहा है।
ओमप्रकाश ने कहा कि बिहार में भी मतदाता सूची से 65.5 लाख नाम काटे गए हैं और आयोग इसके कारण बताने से बच रहा है। जमीनी रिपोर्ट बताती है कि गरीब, महिलाएं, अल्पसंख्यक और इंडिया गठबंधन समर्थकों के वोट सुनियोजित तरीके से हटाए जा रहे हैं, जो मताधिकार की हत्या है। आक्रोश मार्च में नगर सचिव आरवाईए राजदेव सिंह, नगर सचिव आईसा अंकित सिद्धार्थ, नगर अध्यक्ष आईसा अखिलेश ठाकुर, प्रमोद कुमार सिंह, जितेंद्र राम, अजित कुशवाहा, राजा राम सिंह, नितिश कुशवाहा, कुंदन सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।