चुनाव से पहले एनडीए को बक्सर-भभुआ में लगा बड़ा झटका बक्सर खबर। विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को करारा झटका लगा है। पार्टी के कद्दावर नेता और बक्सर के दिवंगत सांसद लालमुनी चौबे के बड़े बेटे हेमंत चौबे अब प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए हैं। काफी दिनों से सियासी गलियारों में चर्चा थी कि चौबे परिवार से कोई बड़ी राजनीतिक हलचल होने वाली है। रविवार को इन अटकलों पर विराम लग गया जब हेमंत ने बाकायदा जन सुराज की सदस्यता ग्रहण कर ली। लालमुनी चौबे का नाम भाजपा के उन नेताओं में लिया जाता है जिनकी पहचान ईमानदार छवि और सख्त तेवर के लिए होती थी। वे चैनपुर से पांच बार विधायक और बक्सर से चार बार सांसद बने। चौबे परिवार का असर आज भी बक्सर, चैनपुर और भभुआ में खासा माना जाता है।
2014 लोकसभा चुनाव में जब भाजपा ने बक्सर से लालमुनी चौबे की जगह अश्विनी चौबे को टिकट दिया, तभी से अटकलें शुरू हो गई थीं कि परिवार में नाराजगी है। 2015 और 2020 विधानसभा चुनावों में भी हेमंत चौबे का नाम टिकट की दौड़ में आया, मगर आखिरकार उन्हें मायूसी हाथ लगी। अब जन सुराज जॉइन करने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि हेमंत को उनकी पारंपरिक सीट चैनपुर या बक्सर से बड़ा दांव खेलने का मौका मिल सकता है।

हेमंत चौबे के जन सुराज से जुड़ने के बाद बक्सर और आसपास के इलाकों में समीकरण बदल सकते हैं। समर्थकों का बड़ा आधार होने के कारण भाजपा और एनडीए उम्मीदवारों के लिए यह चुनावी सिरदर्द साबित हो सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि प्रशांत किशोर की पार्टी हेमंत को कितनी बड़ी जिम्मेदारी देती है और भाजपा इस चुनौती का कैसे जवाब देती है।