-सांसद से लेकर छात्र संगठन तक श्रेय लेने की कतार में
बक्सर खबर। लंबी प्रतीक्षा के बाद केन्द्रीय विद्यालय बक्सर को अपनी भूमि मिल गई है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को जारी पत्र में इसकी जानकारी दी है। जिसमें कहा गया है कि किला मौजा में थाना नंबर 332 खाता संख्या 292 में कृषि विभाग की 3ण्81 एकड़ भूमि विद्यालय को भवन निर्माण के लिए मंजूर की जाती है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन, मानव संसाधन मंत्रालय को यह भूमि एक रुपये टोकन मनी पर नि:शुल्क 30 वर्ष के लिए लीज नवीकरण विकल्प के तौर पर आवंटित की जा रही है।
यह भूमि शहर के किस हिस्से में है। यह जानने के लिए जब सदर एसडीएम धीरेन्द्र कुमार मिश्रा से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि ग्यारह नंबर लक के समीप सिंचाई विभाग की यह भूमि विद्यालय को आवंटित की गई है। वहीं दूसरी तरफ पत्र जारी होने के कुछ घंटे बाद स्थानीय सांसद सुधाकर सिंह व इस विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों ने कहा कि हमारे प्रयास से इस विद्यालय को भूमि मिली है। सांसद ने कहा मैंने इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। सरकार के सामने सवाल भी रखा। वहीं इस विद्यालय के छात्रों की बात करें तो वर्ष 2007 से उन लोगों ने मांग उठानी शुरू कर दी थी।

मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक यहां के छात्र गए। जिसमें चंदन, पंकज, दीपक, प्रकाश, मनजीत, संजीत समेत 25 छात्र शामिल रहे। समग गुजरने के साथ चंदन व कुछ छात्रों ने इस आंदोलन को जिंदा रखा। और लगातार अपनी बात सरकार व प्रशासन के समक्ष रखते रहे। सर्वोच्च न्यायालय तक का दरवाजा इसके लिए खटखटाया। आज वह मांग पूरी हो गई है। फिलहाल यह विद्यालय एमपी हाई स्कूल बक्सर के परिसर में चल रहा है। हाल ही में जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल के प्रयास से इसके जर्जर भवन को दुरूस्त कराया गया था। यह विद्यालय वर्ष 2004 में तत्कालीन सांसद लालमूनी चौबे के प्रयास से प्रारंभ हुआ था। लेकिन, वे इसका श्रेय लेने की होड़ से बाहर रहे। अब इंतजार है, इस विद्यालय को अपना भवन मिलने का।