प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने दिलाई संविधान की प्रस्तावना की शपथ बक्सर खबर। राष्ट्रीय संविधान दिवस के अवसर पर बुधवार को स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर में संविधान दिवस का आयोजन गरिमामय तरीके से किया गया। बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पटना के निर्देशानुसार आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह ने उपस्थित न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं, पैनल अधिवक्ताओं, पारा लीगल वॉलंटियर्स, न्यायिक कर्मियों एवं आम नागरिकों को संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ कराया। कार्यक्रम सुबह 10:15 बजे शुरू हुआ। कार्यक्रम में संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह ने कहा कि संविधान किसी भी देश का मौलिक कानून होता है, जो सरकार के विभिन्न अंगों के कार्य निर्धारण और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा का मार्ग प्रशस्त करता है।
उन्होंने बताया कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को पारित हुआ और 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ। 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर अवर न्यायाधीश–सह–प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महेश्वर नाथ पांडे ने संविधान की संरचना, महत्व और विकास यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संविधान लिखित और अलिखित दो प्रकार के होते हैं। विश्व का पहला लिखित संविधान अमेरिका का है, जबकि दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान भारत का है। मूल संविधान में 22 भाग, 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं, जो अब बढ़कर 25 भाग, 470 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां हो गई हैं। भारत का संविधान तैयार होने में 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन लगे और इसकी मूल हस्तलिखित प्रति का वजन लगभग 3.75 किलोग्राम है। संविधान सभा का गठन 6 दिसंबर 1946 को हुआ था, जिसमें डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. भीमराव अंबेडकर, सरदार पटेल, नेहरू सहित विभिन्न राज्यों, धर्मों और समुदायों के सदस्य शामिल थे।

कार्यक्रम में कुटुंब न्यायालय के न्यायाधीश मनोज कुमार प्रथम, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश मनीष शुक्ला, सुदेश कुमार श्रीवास्तव, अमित कुमार शर्मा, मानस कुमार वत्सल, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी महेश्वर नाथ पांडे, न्यायिक दंडाधिकारी गौरव कुमार सिंह, चंदन कुमार सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारी उपस्थित रहे। वहीं न्यायालय के वरीय कर्मचारी राजीव कुमार श्रीवास्तव, संजय कुमार, कुंदेन्दु कुमार दूबे, संतोष कुमार द्विवेदी, धनंजय नीरज, अमरेंद्र भारती, दीपक गुप्ता, कहकंशा परवीन, आशीष रंजन, किरण कुमारी, शैलेश ओझा, नीरज कुमार, अमरनाथ चौधरी, अशोक कुमार, सुनील कुमार, दीपेश श्रीवास्तव, सुमित कुमार आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।
































































































