-मार्ग अवरुद्ध कर धरनार्थी कर रहे न्यायालय की अवमानना
बक्सर खबर। बक्सर थर्मल पावर का काम पिछले पांच दिनों से लगभग ठप है। बुधवार को एसजेवीएन के नए सी ई ओ किसानों से बात करने मौके पर गए। कुछ मांगों पर कार्रवाई के लिए उन्होंने 20 दिन का समय मांगा। लेकिन, बात नहीं बनी। दूसरी तरफ काम ठप होने की वजह से प्रशासन भी परेशान है। क्योंकि पूर्व में उच्च न्यायालय ने ऐसा निर्देश दे रखा है। जो यह कहता है, धरना देने वालों को काम बंद करने की स्वतंत्रता नहीं है।
यह बातें बुधवार को पीसी के दौरान सदर एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में कही। संध्या वेला में एसडीएम के साथ डीएसपी धीरज कुमार भी वार्ता में उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने कहा मेन रोड से थर्मल परिसर में जाने वाली सड़क से धरनार्थियों को हटना होगा। इसके लिए उन्हें 24 घंटे का समय दिया जा रहा है। अन्यथा उनके विरूद्ध कार्रवाई होगी। वहां तत्काल प्रभाव से धारा 144 लगाई जाती है।
धरनाथी लोकतांत्रिक तरीके से धरना अपने पूर्व के स्थल पर दे सकते हैं। लेकिन, चक्का जाम करने वाली बात जो उन लोगों ने स्वयं लिखकर अपने पत्र में दी है। वह न्यायालय के आदेश की अवहेलना है। एजसेवीएन के नए सीईओ आ गए हैं। हम बातचीत के माध्यम से समस्या के निदान पर बल देते रहे हैं। उसके लिए प्रशासन पूर्ण सहयोग करेगा।