बक्सर खबर। सिमरी प्रखंड के अंतर्गत निर्माणाधीन केशोपुर जल शोध संस्थान को लेकर राजनीतिक सरगर्मी इन दिनों बढ़ी हुई है। दो दिन पहले राजद के पूर्व मंत्री जगतानंद सिंह ने वहां का जायजा लिया। उनके साथ ब्रह्मपुर के विधायक शंभु यादव और अन्य नेता मौजूद थे। इसके बाद मीडिया में खबर आई की जहर पीने को मजबूर हैं दियरांचल के वासी। इस खबर को लेकर विजय मिश्रा ने पूर्व सांसद पर हमला बोला है। उन्होंने कहा इस प्रकरण पर ओछी राजनीति हो रही है। चार वर्ष पहले वे खुद यहां के सांसद थे। केन्द्र में पांच वर्षो तक उनकी सरकार रही। लेकिन उन्होंने इसकी आवाज नहीं उठाई। अब सांसद नहीं रहे तो उन्हें जलशोध संस्थान की याद आ रही है। जबकि यहां का कार्य प्रारंभ हो गया है।
बिहार के राज्यपाल रहे वर्तमान राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोबिद को मैंने ज्ञापन दिया था। उनकी पहल पर सरकार हरकत में आई और दस वर्षो से बंद पड़ी योजना पर काम शुरू हो गया है। इस वर्ष 7 अप्रैल को स्वयं जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की टीम ने वहां का निरीक्षण किया। लेकिन, प्रश्न यह उठता है कि पांच वर्ष जो यहां के सांसद रहे। तब उन्होंने इसकी आवाज क्यूं नहीं उठाई। इस मुद्दे पर वे हमारे साथ हैं। इसका स्वागत है लेकिन अगर सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं तो उचित नहीं है।































































































