जय भीम, जय संविधान, लेकिन भीड़ गायब, कांग्रेस की सभा रही फीकी बक्सर खबर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को बक्सर के दलसागर खेल मैदान में आयोजित ‘जय भीम, जय संविधान, जय बापू’ कार्यक्रम के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। खड़गे ने कहा कि मोदी-नीतीश की जोड़ी बिहार के विकास के लिए नहीं, बल्कि सिर्फ कुर्सी के लिए बनी है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस कभी भी महिलाओं, पिछड़ों और गरीबों के हितैषी नहीं रहे। करीब 50 मिनट के भाषण में खड़गे ने केंद्र सरकार के कई वादों और नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने पीएम मोदी के 11 “झूठ” गिनाते हुए कहा कि 2 करोड़ नौकरियों, 15 लाख रुपए, गंगा सफाई और मेक इन इंडिया जैसे वादे खोखले निकले। साथ ही उन्होंने वक्फ कानून को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि इससे शांत इलाकों में तनाव बढ़ा। खड़गे ने कहा कि राजीव गांधी और इंदिरा गांधी ने देश के लिए बलिदान दिया, जबकि नीतीश कुमार आज उन्हीं लोगों के साथ खड़े हैं, जिन्होंने महात्मा गांधी की हत्या की विचारधारा को आगे बढ़ाया। सभा में बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नाथूराम की सोच रखने वाले आज सत्ता में हैं और संविधान पर लगातार चोट कर रहे हैं।
हालांकि, नेताओं के तेवर जितने तीखे थे, जनता की मौजूदगी उतनी ही फीकी रही। मैदान में कुर्सियां खाली रहीं और आम लोगों की भागीदारी लगभग नहीं के बराबर थी। इस उदासीनता को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई चर्चाएं हो रही हैं। तेज गर्मी एक वजह मानी जा रही है, वहीं पार्टी के अंदरूनी कलह और पूर्व जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन के इस्तीफे का असर भी दिखा। हर्षवर्धन के नेतृत्व में बक्सर में कांग्रेस की स्थिति मजबूत मानी जाती थी। उनके पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस की जमीनी पकड़ कमजोर होती दिख रही है। यह कार्यक्रम उनके जाने के बाद किसी बड़े नेता का पहला दौरा था, लेकिन अपेक्षित भीड़ न जुटना कांग्रेस के लिए चेतावनी भरा संकेत बन गया है।