गणित के 56 विद्यार्थियों के खिले चेहरे, मिला नकद पुरस्कार और मेडल

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डीडीसी निहारिका छवि ने छात्रों को दी रामानुजन के संघर्ष से सीख लेने की प्रेरणा                                             बक्सर खबर। महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के उपलक्ष्य में इटाढ़ी रोड स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय में सोमवार को राष्ट्रीय गणित दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर जहां एक ओर गणित के आधुनिक पहलुओं पर चर्चा हुई, वहीं दूसरी ओर श्रीनिवास रामानुजन टैलेंट सर्च इन मैथमेटिक्स में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले 56 छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डीडीसी निहारिका छवि ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गणित को सिर्फ अंकों का खेल न समझें, यह हमारी तार्किक और विश्लेषणात्मक क्षमता को विकसित करने का सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने रामानुजन के जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद अटूट आत्मविश्वास और समर्पण से कैसे वैश्विक पहचान बनाई जा सकती है, यह हमें उनसे सीखना चाहिए।

समारोह का मुख्य आकर्षण पुरस्कार वितरण रहा। कक्षा 6 से 12वीं तक के मेधावियों को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया। प्रत्येक कक्षा में तृतीय, चतुर्थ और पांचवें स्थान पर आने वाले छात्रों को पदक, प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार राशि दी गई। छठी से दसवीं रैंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को भी मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कुल 56 विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार और मेडल दिया गया। अपनी मेहनत का फल पाकर छात्र गदगद नजर आए। विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के गणित विभागाध्यक्ष प्रो. मुकुट मणि त्रिपाठी ने विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने बहुत ही सरल भाषा में बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई में गणित की क्या भूमिका है और कैसे भविष्य के शोध और नवाचार इसी विषय की नींव पर टिके हैं।

फोटो – मेडल और प्रमाण पत्र हाथों में लिए छात्र-छात्राओं के साथ डीडीसी व अन्य अतिथि

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम नरेश राय ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि ऐसे आयोजनों का मुख्य उद्देश्य छात्रों के भीतर छिपे डर को दूर कर उनमें वैज्ञानिक और खोजी प्रवृत्ति को जगाना है। उन्होंने आयोजन समिति की पीठ थपथपाते हुए इसे एक सफल प्रयास बताया। कार्यक्रम का सफल संचालन संयोजक डॉ. रामदयाल सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में हुआ। कार्यक्रम को भव्य बनाने में सह-संयोजक डॉ. अतुल श्रीवास्तव, डॉ. प्रेम लता और सुश्री कुमारी निधि की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस मौके पर कॉलेज के सभी शिक्षक, अधिकारी और भारी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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