-23 को तीन बजे तक कर ले व्रत अनुष्ठान करने वाले हवन-पूजन
बक्सर खबर। शारदीय नवरात्री 15 अक्टूबर अर्थात रविवार से प्रारंभ हो रही है। अधिकांश लोग प्रथम दिन व्रत रखते हैं। कुछ लोग कलश स्थापित कर मां की पूजा करते हैं। सबसे पहले हम कलश स्थापना के मुहूर्त के बारे में जानते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित नरोत्तम द्विवेदी के अनुसार प्रात:काल में सूर्योदय काल 6:16 से 10:16 तक एवं अभिजित मुहूर्त 11:36 से 12:24 तक। पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा होती है। दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी की।
तृतीय दिन चंद्रघंटा माता और चौथे दिन कुष्मांडा माता की। पांचवें दिन स्कंदमाता की और छठे दिन कात्यायनी जी की। सातवें दिन कालरात्रि जी की। इसी तिथि को पंडालों में पट खुलता है। और आठवें दिन मांता महागौरी की और नवमी तिथि को माता सिद्धिदात्री की पूजा होती है। उसी तिथि को अनुष्ठान व पाठ करने वाले लोग हवन भी करते हैं। इसका समय अपरा्न 3:10 तक का है। इससे पूर्व ही हवन आदि कर लेना चाहिए। नौ दिन तक व्रत रखने वाले 24 को व्रत का पारण विजयादशमी के दिन 12:49 तक कर लेंगे।



































































































