–राजकुमार चौबे ने शिक्षा को बताया सबसे बड़ा हथियार बक्सर खबर। सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अग्रणी विश्वामित्र सेना ने एक और सराहनीय कदम उठाते हुए रामरेखा घाट सेवा बस्ती में एक नए निशुल्क शिक्षा केंद्र का शुभारंभ किया है। यह केंद्र उन बच्चों के लिए ज्ञान का मंदिर साबित होगा जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। विश्वामित्र सेना पहले से ही जिले के कई इलाकों में ऐसे शिक्षा केंद्र सफलतापूर्वक चला रही है, जहां सैकड़ों बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस अवसर पर विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “हमारा यह दृढ़ संकल्प है कि समाज का कोई भी बच्चा, चाहे वह किसी भी वर्ग का हो, शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे।”
उन्होंने आगे कहा कि विश्वामित्र सेना पूरे जिले में इसी निष्ठा के साथ निशुल्क शिक्षा केंद्र संचालित कर रही है और रामरेखा घाट सेवा बस्ती में शुरू हुआ यह नया केंद्र इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। चौबे ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि उनका संगठन बच्चों को केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित नहीं रखेगा, बल्कि उनमें नैतिक मूल्यों और सामाजिक दायित्वों की भावना भी विकसित करेगा। उन्होंने भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि विश्वामित्र सेना का लक्ष्य है कि बक्सर के हर जरूरतमंद बच्चे तक शिक्षा का प्रकाश पहुंचे और इसके लिए वे आने वाले समय में और भी कई निशुल्क शिक्षा केंद्र खोलने की दिशा में काम करेंगे।इस महत्वपूर्ण अवसर पर विश्वामित्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय मीडिया कोऑर्डिनेटर अशोक उपाध्याय, जिला संयोजक मोहित दुबे, शिक्षा संयोजक धीरज सिंह, कोर कमेटी के सदस्य मुनमुन बाबा, धनजी तिवारी और बस्ती के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे, जिन्होंने इस पहल की सराहना की और अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।