वैवाहिक विवाद से लेकर बैंक और आपराधिक मामलों का होगा निपटारा बक्सर खबर। जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को इस वर्ष का तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन होने जा रहा है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हर्षित सिंह के नेतृत्व में यह कार्यक्रम होगा। इसके लिए कुल 12 पीठों का गठन किया गया है, जहां अलग-अलग प्रकार के मामलों की सुनवाई की जाएगी। लोक अदालत में वैवाहिक विवाद, बैंकिंग, बिजली, परिवहन, दीवानी और आपराधिक मामले निपटाए जाएंगे। पहली पीठ पर कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मनोज कुमार और अधिवक्ता रेनु रणविजय ओझा वैवाहिक विवाद व एसबीआई से जुड़े मामले देखेंगे। दूसरी पीठ पर संजीत कुमार सिंह और चंद्रकला वर्मा इंडियन बैंक व ग्राम कचहरी के मामले, वहीं तीसरी पीठ पर सुदेश कुमार श्रीवास्तव और अखिलेश दुबे बैंक ऑफ इंडिया से जुड़े मामलों की सुनवाई करेंगे।
इसी तरह चौथी से बारहवीं पीठ तक विभिन्न न्यायिक पदाधिकारी और अधिवक्ता बिजली, परिवहन, पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक, डीबीजीबी, बंधन बैंक, दीवानी और आपराधिक मामलों को देखेंगे। लोक अदालत में मौजूद न्यायिक कर्मियों और पैनल अधिवक्ताओं की मदद से वादियों को शीघ्र और सरल न्याय मिलेगा। यह पूरी प्रक्रिया आपसी सहमति और मध्यस्थता के आधार पर चलेगी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव नेहा दयाल ने बताया कि अब तक 50 मामलों का निपटारा मध्यस्थता से किया जा चुका है। उन्होंने कहा, “यह विवाद निपटारे का प्रभावी, गोपनीय और किफायती तरीका है। इसमें किसी पर फैसला थोपने के बजाय बातचीत से समाधान खोजा जाता है।” सचिव ने लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में 13 सितम्बर को आयोजित होने वाली लोक अदालत में भाग लें और अपने लंबित मामलों को आपसी सहमति से निपटाकर राहत पाएं। इससे न केवल समय और पैसे की बचत होगी बल्कि रिश्तों में भी मधुरता बनी रहेगी।