बक्सर खबर। इस देश को सबसे अधिक नुकसान वे लोग पहुंचा रहे हैं। जो कुर्सी पर बैठे हैं। कोई कहता है वे नुकसान पहुंचा रहे हैं। जो जाति धर्म की बात करते हैं। कुछ का दावा है शिक्षा इस समस्या का समाधान है। अगर ऐसा है तो कुर्सी पर बैठे लोग क्यों अपने ही देश को कमजोर करने में लगे हैं। अपनी जेब भरने के लिए न जाने कितने ऐसे अधिकारी कर्मचारी, इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं। कहा नहीं जा सकता। फिलहाल गुरु की नाराजगी सड़क के निर्माण को लेकर है। शहर की बात कौन कहे। गांव की सड़कों के साथ भी जो मनमानी हो रही है। वह देखकर ऐसा लगता है। काली खमाई खाने वालों को किसी की नजर भी नहीं लगती।
लगे कैसे आज कल सड़क किनारे सफेद पट्टी जो लगती है। और ऐसी लूट की शिकार सिर्फ एक सड़क नहीं। अमूमन हर जगह यही हाल है। सड़के बन रहीं हैं और एक तरफ से टूट रहीं हैं। कितनी जगह तो बोर्ड ही नहीं लगता। जो इसकी निगरानी करने वाले हैं। उनको सिर्फ अपनी कमाई से मतलब है। तभी तो सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद भी वे इसकी अनदेखी करते हैं। हाल ही में चौसा के चुन्नी गांव के समीप एक सड़क बनी है। जो कोचाढी नहर से जाकर मिलती है। नई सड़क दोनों तरफ से धंस गई है। बीच में डिल्ला (बीच का हिस्सा ऊपर आ गया है) निकल गया है।
यही हाल है वर्षों इंतजार के बाद कुसुरुपा भेलुपूर मार्ग का। भेलूपुर गांव त्रिनिदाद टोबैको की प्रधानमंत्री कमला बिसेसर का गांव है। वह जब चौदह वर्ष पहले अपने गांव आई थीं। उसके कुछ समय बाद यह सड़क बनी थी। अब 2025 में बनी है। लेकिन, इसकी गुणवत्ता देख आप शर्मा जाएंगे। क्योंकि बनाने वालों ने भी अपनी इज्जत ढकने के लिए इस पर काले बालू का छिड़काव किया है। इस काली कमाई का खेल देख गुरू गरम हैं। (गुरू गरम है, बक्सर खबर का साप्ताहिक कॉलम है। जो सप्ताह में शनिवार को प्रकाशित होता है। इसमें उन मामलों का जिक्र किया जाता है। जो प्रशासनिक लापरवाही की भेंट चढ़ रहीं हैं। अथवा पत्रकारी जगत उन विषयों की अनदेखी कर रहा है।)






























































































