बुडको, नगर परिषद और विभागीय खींचतान में आम जनता भुगत रही सजा बक्सर खबर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट “हर घर नल का जल” इन दिनों नगर परिषद क्षेत्र में दम तोड़ता नजर आ रहा है। शहर के वार्ड संख्या 8, 13 और 14 के लोग पिछले 12 दिनों से पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। बाजार समिति परिसर स्थित पानी टंकी का मोटर खराब होने के बाद से इन वार्डों में पूरी तरह जलापूर्ति ठप है। घरों में लगे नल शोपीस बन चुके हैं। पानी नहीं मिलने से लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हो गई है। महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। मजबूरी में लोग दूर-दराज से पानी ढोने को विवश हैं। वार्ड संख्या 13 के पार्षद प्रतिनिधि जय तिवारी ने बताया कि समस्या को लेकर लगातार संबंधित अधिकारियों के चक्कर लगाए जा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है।
वहीं एचईडी के जेई अमर सिंह ने बताया कि वर्ष 2024 में ही विभाग द्वारा योजना को नगर परिषद बक्सर को हैंडओवर करने का पत्र भेजा जा चुका है, लेकिन किसी कारणवश नगर परिषद ने अब तक इसके मेंटेनेंस की जिम्मेदारी नहीं ली है। उन्होंने बताया कि 2025 में बुडको ने एक निजी कंपनी के माध्यम से रखरखाव कराया था, लेकिन कंपनी का अनुबंध समाप्त हो चुका है। फिलहाल मोटर में मेजर फॉल्ट आने से जलापूर्ति बाधित है।दूसरी ओर चेयरमैन प्रतिनिधि नियामतुल्लाह फरीदी ने साफ कहा कि बुडको ने अब तक योजना को औपचारिक रूप से नगर परिषद को हस्तांतरित नहीं किया है, इसी वजह से पेयजल संकट गहराता जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि योजना के तहत बनी सभी पानी टंकियों पर नगर परिषद बक्सर का नाम और संबंधित वार्डों का उल्लेख भी किया गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि तीन-तीन विभागों पर जलापूर्ति की जिम्मेदारी तय होने के बावजूद आपसी तालमेल की कमी, कागजी प्रक्रियाओं और विभागीय तामझाम के कारण आम जनता को पिछले 12 दिनों से पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।अब सवाल यह है कि कब जागेंगे जिम्मेदार अधिकारी? और कब बुझेगी वार्ड 8, 13 और 14 के लोगों की प्यास? जनता जल्द समाधान की मांग कर रही है।





























































































