रामरेखा घाट से नाथ बाबा मंदिर तक व्यवस्थाओं का मुख्य पार्षद ने किया निरीक्षण बक्सर खबर। सावन के पवित्र महीने में धर्म नगरी बक्सर एक बार फिर शिवभक्ति में रंगने को तैयार है। श्रावणी मास के दौरान लाखों श्रद्धालु रामरेखा घाट से गंगा जल भरकर बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर समेत रोहतास , कैमूर व जिले के अन्य शिवालयों में जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में कांवरियों की सुविधा को लेकर नगर प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। गुरुवार को नगर परिषद की मुख्य पार्षद कमरून निशा, कार्यपालक पदाधिकारी, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि निमतुल्लाह फरीदी, स्थाई सशक्त समिति सदस्य इंद्र प्रताप सिंह उर्फ बबन सिंह समेत पूरी टीम ने शहर के प्रमुख शिवालयों और घाटों का निरीक्षण किया।
इस दौरान रामरेखा घाट, रामेश्वर मंदिर, नाथ बाबा मंदिर, गौरी शंकर मंदिर आदि स्थानों की तैयारियों का जायजा लिया गया। निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, बैरिकेडिंग और जल-आपूर्ति जैसी व्यवस्थाओं पर विशेष जोर दिया गया। अधिकारियों ने निर्देश दिया कि सभी जरूरी कार्य समय पर पूर्ण किए जाएं ताकि दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। सावन के पूरे महीने शहर की सड़कों पर “बोल बम” की गूंज सुनाई देती है। रामरेखा घाट से उठने वाली कांवरियों की टोलियां पूरे शहर को आध्यात्मिक रंग में रंग देती हैं। नगर परिषद के अधिकारी भी मानते हैं कि यह केवल एक धार्मिक अवसर नहीं, बल्कि पूरे शहर के लिए गौरव और सेवा का महीना है। नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए कमर कस ली है।