पर्यावरण मित्र सम्मान से नवाजे गए शिवजी सिंह और नित्यानंद ओझा बक्सर खबर। प्रकृति की रक्षा और हरियाली के संरक्षण के संदेश के साथ ब्रह्मपुर प्रखंड के उधूरा में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के तत्वावधान में पर्यावरण परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश कुमार सुदामा ने की, जबकि संचालन नित्यानंद ओझा ने किया।इस मौके पर राजस्थान से पधारे अखिल भारतीय संयोजक गोपाल आर्य ने कहा कि जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए हमें पेड़ लगाओ, पानी बचाओ और पॉलिथीन हटाओ के सिद्धांत पर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि पॉलिथीन अब पर्यावरण के लिए ‘असुर’ बन चुका है, जिसे खत्म करना समय की जरूरत है।
दक्षिण बिहार पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के संयोजक रामविलास शांडिल्य ने कहा कि मानव केंद्रित विकास अब असफल साबित हो चुका है। हमें अब प्रकृति केंद्रित विकास की ओर लौटना होगा। उन्होंने कहा कि कंक्रीट के घर धरती का ताप बढ़ा रहे हैं, इसलिए घर की छतों पर फल-फूल के पौधे लगाएं। इससे घर ठंडे रहेंगे और एसी की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। कार्यक्रम के दौरान गोकुल जलाशय को रामसर साइट का अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले पर्यावरण कार्यकर्ता शिवजी सिंह को उनके योगदान के लिए ‘पर्यावरण मित्र सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इसी तरह पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान देने वाले नित्यानंद ओझा को भी यह सम्मान प्रदान किया गया।

सम्मान समारोह श्रीराम मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से आयोजित किया गया था, जहां गोपाल आर्य ने दोनों कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेश ओझा ने कहा कि शिवजी सिंह और नित्यानंद ओझा जैसे लोग ही धरती के सच्चे सेवक हैं, जो बिना स्वार्थ प्रकृति की सेवा में जुटे हैं। परिचर्चा के बाद पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने राम जानकी मंदिर प्रांगण में वृक्षारोपण किया और लोगों से ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की अपील की। कार्यक्रम में अजीत दुबे, मुकेश मिश्रा, अंतर्यामी मिश्रा, विशाल सिंह, नित्यानंद पाण्डेय, विजय शंकर पाठक, संतोष चौबे, अजेंद्र बारी, संजय मिश्रा, दिलीप मिश्रा समेत कई पर्यावरण प्रेमी शामिल हुए।