दुल्हन की तरह सजकर वट वृक्ष के नीचे बैठ की पूजा, सुनी सावित्री-सत्यवान की कथा बक्सर खबर। सोमवार को वट सावित्री व्रत के मौके पर शहर और गांव की सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र और परिवार की खुशहाली के लिए व्रत रखा। खास बात ये रही कि महिलाएं दुल्हन की तरह सज-धजकर शहर के पुराने कचहरी परिसर में बरगद के पेड़ के नीचे पहुंचीं और पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। सुबह से ही शहर के कई हिस्सों में वट वृक्ष के पास महिलाओं की भीड़ दिखी। पूजा के बाद सुहागिनों ने पेड़ की परिक्रमा की और सावित्री-सत्यवान की कथा सुनी।
पंडित मोहन कुमार दुबे उर्फ मुन्ना बाबा ने कथा सुनाते हुए बताया कि वट सावित्री व्रत में वट वृक्ष और सावित्री दोनों का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस व्रत से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है। उन्होंने बताया कि सावित्री ने इसी व्रत की शक्ति से अपने पति सत्यवान को मृत्यु के मुंह से वापस लाया था। एक अन्य कथा के अनुसार, वट वृक्ष के पत्ते पर बाल मुकुंद अर्थात भगवान विष्णु के दर्शन भी मार्कण्डेय ऋषि को हुए थे। तभी से वट वृक्ष की पूजा का महत्व और भी बढ़ गया। महिलाओं का कहना था कि यह व्रत न सिर्फ पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है, बल्कि परिवार की तरक्की और खुशहाली की भी कामना की जाती है।