रोशनी की नई उम्मीद, हजारों आंखों को मिल रहा नया जीवन

0
165

श्री रणछोड़ दास जी बापू चैरिटेबल हॉस्पिटल का निशुल्क मोतियाबिंद शिविर, 31 मार्च तक जारी                          बक्सर खबर। सदर प्रखंड के कृतपुरा गांव में गुजरात के श्री रणछोड़ दास जी बापू चैरिटेबल हॉस्पिटल द्वारा लगाए गए निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर को लेकर सोमवार को प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस दौरान शिविर के मैनेजिंग ट्रस्टी प्रवीण भाई वसाणी ने शिविर की उपलब्धियों और उद्देश्य की जानकारी दी। उनके साथ समाजसेवी कल्लू राय, राघवेंद्र राय, राजेश यादव और मदन राय मौजूद रहे। प्रवीण भाई वसाणी ने बताया कि पांच वर्ष पहले इसी स्थान पर आयोजित शिविर में करीब 36 हजार लोगों की आंखों का सफल ऑपरेशन किया गया था। जिले के गणमान्य लोगों के आग्रह पर इस वर्ष फिर से शिविर का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर से शुरू हुए इस शिविर में अब तक 1500 से अधिक मरीजों का अत्याधुनिक फेको मशीन तकनीक से सफल ऑपरेशन किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि इस वर्ष संस्था का लक्ष्य 50 हजार लोगों की आंखों को रोशनी देना है। जरूरत पड़ी तो एक लाख मरीजों का भी निशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा। उन्होंने पूरे बिहार के लोगों से अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में लोग इस शिविर तक पहुंचें और सेवा का लाभ उठाएं। प्रवीण भाई ने बताया कि बाजार में बिना टांके वाला मोतियाबिंद ऑपरेशन कराने पर न्यूनतम 20 हजार रुपये और छोटे बच्चों के लिए करीब 50 हजार रुपये खर्च होते हैं, जबकि यहां करीब 20 हजार रुपये कीमत वाले अच्छे गुणवत्ता के लेंस लगाकर पूरी तरह निशुल्क ऑपरेशन किया जा रहा है। शिविर में मरीजों के साथ आने वाले एक अटेंडेंट के लिए रहने, खाने और सोने की बेहतर व्यवस्था की गई है। ऑपरेशन के बाद मरीजों को कंबल, ढाई किलो चावल, आधा किलो मीठी बिंदी, एक किलो गेहूं का आटा, दवाइयां, काला चश्मा और किराया के लिए 100 रुपये नगद देकर भगवान की तरह आरती-पूजन के बाद सम्मानपूर्वक विदा किया जाता है। एक सप्ताह बाद सभी मरीजों को पुनः जांच के लिए शिविर में बुलाया जाएगा।

फोटो -निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर में पहुंचे मरीज

उन्होंने बताया कि यदि किसी मरीज की दोनों आंखों में मोतियाबिंद है तो एक आंख का ऑपरेशन अभी और दूसरी आंख का अगले महीने पूरी तरह निशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा। यह शिविर 31 मार्च 2026 तक लगातार चलेगा। अंत में उन्होंने कहा कि संस्था का एक ही संकल्प है-हमें न धन चाहिए, न दौलत, हमें तो चाहिए सिर्फ मोतियाबिंद वाले मरीज। मौके पर मौजूद समाजसेवियों ने भी जिलेवासियों से अपील की कि जो लोग जरूरतमंद हैं, उन्हें सेवा भाव से इस शिविर तक पहुंचाने में सहयोग करें, ताकि अधिक से अधिक लोगों की आंखों में फिर से उजाला लौट सके।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here