दोपहर में बच्चे बाहर निकलने से बचें और गर्मी की छुट्टियों में पढ़ाई की दोहराई करें बक्सर खबर। “पढ़ेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम” विषय पर शनिवार को जिले के आदर्श शिशु मध्य विद्यालय कोइरपुरवा एवं मध्य विद्यालय महदह में अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने की। इस मौके पर बड़ी संख्या में अभिभावक, शिक्षक, छात्र-छात्राएं तथा शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने अभिभावकों से ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान बच्चों के सतत् अध्ययन के लिए विशेष प्रयास करने की अपील की। उन्होंने कहा कि घर में बच्चों के लिए एक स्टडी कॉर्नर जरूर बनाएं और उन्हें पढ़ाई के अनुकूल वातावरण दें। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि यदि अत्यंत आवश्यक न हो तो बच्चों को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक धूप में बाहर न निकलने दें। साथ ही, अप्रैल से मई तक की गई पढ़ाई का अवकाश में रिवीजन कराने को कहा।
संगोष्ठी के दौरान शिक्षकों ने अभिभावकों को गर्मी की छुट्टियों में छात्रों को दिए गए होमवर्क की जानकारी दी और यह सुनिश्चित करने को कहा कि बच्चे समय पर अपना काम पूरा करें। अभिभावकों से आग्रह किया गया कि वे बच्चों को शैक्षणिक वीडियो देखने के लिए प्रेरित करें। जिला प्रशासन द्वारा 28 अप्रैल से 2 मई के बीच छात्रों को पाठ्य पुस्तकों का वितरण कराया गया था। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिन छात्रों को अब तक पुस्तकें नहीं मिली हैं, उन्हें संगोष्ठी के दौरान ही पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएं। इसके अलावा, ई-शिक्षाकोष से होमवर्क डाउनलोड कर उसे छात्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी अभिभावकों को समझाई गई।

संगोष्ठी में यह भी बताया गया कि किताबों के मुख्य पृष्ठ और पिछले पृष्ठ पर स्वच्छता, यातायात नियम, अनुशासन, पर्यावरण संरक्षण और नागरिक कर्तव्यों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं। अभिभावकों को यह भी कहा गया कि वे इन निर्देशों को बच्चों के साथ अवश्य पढ़ें और उस पर चर्चा करें।इस कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी, संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, छात्र-छात्राएं और अभिभावकों की उल्लेखनीय भागीदारी रही।