-घर वालों ने लगाए गंभीर आरोप, चिकित्सक ने कहा नाजुक थी हालत
बक्सर खबर। प्रसव पीड़िता की सोमवार की शाम शहर के निजी अस्पताल में मौत हो गई। इसको लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जमकर हंगामा किया। उनका कहना था, चिकित्सक ने मरीज की तरफ ध्यान ही नहीं दिया। जिसकी वजह से पिंकी कुमारी (लगभग35-38) की मौत हो गई। वहीं चिकित्सक का कहना था कि मरीज की हालत पहले से ही नाजुक थी। हेपेटाइटिस बी की रिपोर्ट पॉजिटिव थी। सुबह अल्ट्रा साउंड में बच्चा पेट में ही मृत पाया गया। हम लोगों ने अपने स्तर से सामान्य प्रसव कराने का भरपुर प्रयास किया। लेकिन, किस्मत ने साथ नहीं दिया। हम मरीज को बचा नहीं सके।
वहीं दूसरी तरफ पिंकी कुमारी के परिजन साफ कह रहे थे। यह सरासर अस्तपाल की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पिंकी कुमारी कॉलेज गेट पर रहने वाले अभिषेक ओझा की पत्नी थी। वे लोग मूल रुप से गड़हियां के निवासी हैं। उनकी मौत ने पूरे घर को झकझोर दिया। गुस्से और आवेश में उन लोगों ने जो किया। ऐसा अक्सर होता है। लेकिन, सोमवार को चरित्रवन के नील अस्पताल में जो हुआ। उसकी वजह से नगर थाने की पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस अस्पताल पहुंची। तब जाकर उग्र हुए लोग शांत हुए।


































































































