-मुखबिरों ने बजाई पुलिस की घंटी, दो मोस्ट वांटेड गए जेल
बक्सर खबर। चंदन की हत्या में किस-किस का हाथ है। पुलिस यह पता लगा रही है। लेकिन, हत्या में प्रत्यक्ष रुप से शामिल तीन शूटर गिरफ्तार हो गए हैं। कुछ की तलाश अभी भी जारी है। लेकिन, जितनी आसानी से यह तीनों गिरफ्तार हुए। उसको लेकर तरह-तरह की अफवाहें भी जरायम की दुनिया में लहर ले रही हैं। इसमें एक बात तो ऐसी पता चली है। जिसने सबको चौंका दिया है। अपराध जगत के सूत्र बताते हैं।
तौसीफ खान और बलवंत दो ऐसे लोग थे। जो इस वारदात की अहम कड़ी थे। इसके अलावे भी कुछ लोग गिरफ्तार हुए हैं। इन सभी को पांच-पांच लाख रुपये मिलने थे। इस वजह से एक दो नहीं पांच-पांच अपराधी एक साथ अस्पताल में दाखिल हुए। योजना के अनुसार उन लोगों को घटना को अंजाम दिया। लेकिन, जब खोखा मिलने का समय आया तो उनके साथ धोखा हो गया। तौसीफ कोलकाता से गिरफ्तार हो गया और बलवंत आरा के कटेया से दबोचा गया। पुलिस के साथ इन अपराधियों की मुठभेड़ भी हुई।
जिसमें बलवंत ग्राम लीलाधरपुर, थाना चक्की, जिला बक्सर व आरा के ही रहने वाले रविरंजन को गोली लगी। एक तीसरा युवक भी दबोचा गया। जिसका नाम अभिषेक कुमार, ग्राम परसिया, थाना चक्की, जिला बक्सर है। शेष जो बचे हैं वे भागे-भागे फिर रहे हें। ऐसे में दो सवाल खुब चर्चा में हैं। जिस पैसे के लिए इन युवकों ने हत्या की वह तो उन्हें मिला ही नहीं। दूसरा जो गिरफ्तार हुए। उनकी सूचना पुलिस तक पहुंची कैसे। सच ही कहा है किसी ने, अपराध जगत में कौन किसके साथ कब छल करेगा। कोई जानता नहीं है। तभी तो शुटरों को खोखा तो मिला नहीं उल्टे धोखा मिल गया।