डॉक्टर मिले नदारद, अफसरों की लगी क्लास, शीघ्र कार्रवाई का निर्देश और विकास पर जोर बक्सर खबर। जिलाधिकारी साहिला शनिवार को पूरे दिन एक्शन मोड में नजर आईं। उन्होंने जिले के अलग-अलग चार अहम स्थलों और संस्थाओं का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की हकीकत परखी। इस दौरान जहां कई जगहों पर गंभीर लापरवाही सामने आई, वहीं सुधार को लेकर अधिकारियों को सख्त और स्पष्ट निर्देश भी दिए गए। सबसे पहले डीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रघुनाथपुर का निरीक्षण किया। यहां चिकित्सकों की उपस्थिति पंजी में बड़ी गड़बड़ी पाई गई। कागजों में पांचों डॉक्टर उपस्थित दिखे, लेकिन मौके पर एक को छोड़ बाकी डॉक्टर नदारद मिले। स्थानीय लोगों ने दोपहर दो बजे के बाद डॉक्टरों के नहीं रहने और ओपीडी में देर से आने की शिकायत की। मरीजों के लिए भोजन, धुलाई और सफाई की व्यवस्था भी असंतोषजनक मिली। दंत चिकित्सक सहित कई कक्षों में ताले लटके पाए गए। डीएम ने सिविल सर्जन को जांच कर शीघ्र कार्रवाई का निर्देश दिया।
इसके बाद जिलाधिकारी ने विश्वामित्र होटल में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। यहां काम की रफ्तार बेहद धीमी मिली और मजदूरों की संख्या भी कम थी। कार्यपालक अभियंता के पास न तो स्पष्ट कार्ययोजना थी और न ही अद्यतन रिपोर्ट। डीएम ने कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश देते हुए होटल का काम जनवरी तक और इसके अंतर्गत निर्माणाधीन बजट होटल के 5 तल्ले तक एवं ग्राउंड फ्लोर तक का निर्माण फरवरी तक पूरा करने का आदेश दिया।ब्रह्मपुर प्रखंड कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में डीएम ने अधिकारियों को जनशिकायतों, आरटीआई, लोक शिकायत और सीएम डैशबोर्ड के मामलों का एक सप्ताह में निपटारा करने का अल्टीमेटम दिया। साथ ही एक पंचायत को मॉडल पंचायत के रूप में विकसित करने, स्कूलों के नियमित निरीक्षण और मनरेगा के तहत मॉडल खेल मैदान बनाने के निर्देश दिए। अंत में बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर परिसर का निरीक्षण किया गया। अवैध दुकानों को हटाने, मंदिर परिसर के समग्र विकास, मेडिटेशन स्थल, अतिथि गृह की गुणवत्ता सुधार और तालाब के पानी की नियमित अदला-बदली के निर्देश दिए गए।






























































































