बक्सर से भाजपा ने खेला बड़ा दांव पूर्व आईपीएस आनंद मिश्र को बनाया उम्मीदवार

0
316

जनता के बीच रहकर काम करने वाला नेता पर जताया भरोसा                                                                    बक्सर खबर। बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा दांव खेलते हुए पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्र को बक्सर सदर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। पार्टी के इस फैसले के बाद बक्सर की सियासत में नई हलचल मच गई है। पूर्व आईपीएस आनंद मिश्र शिक्षित, ईमानदार और सख्त छवि वाले अधिकारी के रूप में पहचाने जाने वाले आनंद मिश्र अब जनता की सेवा के लिए राजनीति में पूरी तरह उतर चुके हैं। उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद आनंद मिश्र ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जो भरोसा मुझ पर जताया है, उसके लिए मैं केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व का आभारी हूं। हम बक्सर की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ऐसा जनादेश लाएंगे, जो विकसित बक्सर की दिशा तय करेगा। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की जीत सिर्फ सत्ता का सवाल नहीं, बल्कि “विकसित भारत के संकल्प” की दिशा में एक कदम है। आनंद मिश्र ने 2024 में आईपीएस सेवा से इस्तीफा दिया था, तभी से बक्सर की जनता में एक नई उम्मीद जग चुकी थी। कई लोगों ने सोचा था कि वे चुनाव हारने के बाद बक्सर छोड़ देंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।

उन्होंने बक्सर में रहकर जनता की समस्याएं सुनीं, युवाओं से संवाद किया और विकास के मुद्दों पर लगातार सक्रिय रहे। भाजपा और संघ से उनका रिश्ता नया नहीं है। आनंद मिश्र शुरू से संगठन से जुड़े रहे हैं। मंच से उन्होंने कई बार कहा था कि मुझे टिकट नहीं चाहिए, मैं पार्टी का सिपाही हूं। पार्टी और बक्सर के हित में जो आदेश मिलेगा, वही करूंगा। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान आनंद मिश्र ने नौकरी छोड़कर भाजपा का दामन थामा था, लेकिन उस समय पार्टी ने टिकट मिथिलेश तिवारी को दिया था। मिश्र ने तब “सेब छाप” के प्रतीक पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरकर लगभग 50 हजार वोट हासिल किए थे। हालांकि भाजपा उस चुनाव में हार गई, पर आनंद मिश्र ने जनता के दिलों में जगह बना ली। कुछ समय बाद उन्होंने जन सुराज पार्टी ज्वाइन की, मगर विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले उन्होंने उस पार्टी से इस्तीफा देकर पटना में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा की उपस्थिति में भाजपा में वापसी की थी। भाजपा के इस फैसले के बाद लोगों का कहना है कि अब बक्सर को एक ऐसा प्रतिनिधि मिला है जो जनता के बीच रहा है, जनता की भाषा समझता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here