यात्रियों ने ट्रेन को रोककर जताया विरोध, 15 दिनों में कार्रवाई का आश्वासन बक्सर खबर। रघुनाथपुर रेल यात्री कल्याण समिति के आह्वान पर सोमवार को स्टेशन परिसर जनसैलाब में बदल गया। लोगों ने अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। करीब 45 मिनट तक डाउन लाइन की पैसेंजर ट्रेन रोक दी गई। स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात रहा। मोबाइल पर हुई बातचीत में स्टेशन प्रबंधक ने डिप्टी कोचीन अधिकारी से समिति के संयोजक नागेन्द्र मोहन सिंह की बात कराई। आश्वासन दिया गया कि 15 दिनों के भीतर कार्रवाई होगी। इसके बाद आंदोलन स्थगित कर दिया गया। सभा को संबोधित करते हुए समिति ने कहा कि रघुनाथपुर स्टेशन ऐतिहासिक और पौराणिक दृष्टि से खास महत्व रखता है। यहां ब्रह्मपुर, शाहपुर, चक्की, चौगाई और केसठ प्रखंडों के करीब 60 पंचायतों के लाखों लोग यात्रा करते हैं। कोविड-19 से पहले कई एक्सप्रेस गाड़ियां जैसे श्रमजीवी एक्सप्रेस, बनारस- मडुआडीह-पटना जनशताब्दी यहां रुकती थीं, लेकिन अब उनका ठहराव बंद कर दिया गया है। दर्जनों बार डीआरएम दानापुर, महाप्रबंधक हाजीपुर, रेलवे बोर्ड चेयरमैन, रेल मंत्री और प्रधानमंत्री तक को ज्ञापन भेजा गया, पर नतीजा सिफर रहा।
11 सूत्री मांगें- एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव बहाल हो।प्लेटफॉर्म नंबर 1 और 2 पर बने बदबूदार शौचालय को स्वच्छ और चालू हालत में किया जाए। स्वीकृत फुटओवर ब्रिज का निर्माण कार्य तत्काल शुरू हो। हाल ही में पुल के अभाव में एक महिला की जान गई, ऐसी घटनाओं पर रोक लगे। बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ से भृगुनाथ बलिया तक नई रेल लाइन के विस्तार को अमली जामा पहनाया जाए, ताकि धार्मिक कॉरिडोर और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिले। इस आंदोलन में डॉ. चंद्रशेखर पाठक, उपाध्यक्ष सीताराम ठाकुर, संदीप कुमार राय, परमहंस सिंह, निर्मल केशरी, तारकेश्वर पाठक, प्रभुनाथ पाल, प्रभु मिश्रा, मनीष भारद्वाज, सोनू दुबे, जलील मोहम्मद अंसारी, संजय कुमार ओझा, राजगृही साह, अनिल कुमार सिंह, गणेश पांडेय, नंद गोपाल पांडेय, मुस्ताक खान, हीरालाल वर्मा, मुन्ना चौधरी, बच्चा चौधरी, मुर्तूजा अंसारी, हर्षद सिंह, इमरान अंसारी, शिवप्रसाद पांडेय, सूर्यनाथ यादव, दीपनारायण राम सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।

































































































