हास्य कवि सम्मेलन में साहित्य और संस्कृति का संगम

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साबित रोहतासवी, शिव बहादुर प्रीतम, रामेश्वर प्रसाद वर्मा समेत कई कवियों ने अपनी रचनाओं से मोहा श्रोताओं का मन                                                                          बक्सर खबर। हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर रोटरी क्लब की ओर से शुक्रवार की शाम श्री चंद मंदिर परिसर में आयोजित हास्य कवि सम्मेलन यादगार बन गया। कार्यक्रम का उद्घोष मशहूर कवि एवं शायर साबित रोहतासवी ने किया। उन्होंने जिले की संस्कृति और पहचान पर रोशनी डालते हुए नज्म “हमारा बक्सर स्वर्ग से बढ़कर” सुनाई। साथ ही उन्होंने एकता और भाईचारे का संदेश देते हुए कहा कि “मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, हिंदी हैं हम, वतन है हिंदुस्तान हमारा।” वरिष्ठ कवि एवं अधिवक्ता रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने शहर को राम की नगरी बताते हुए साहित्य की महत्ता पर चर्चा की। कार्यक्रम के चेयरमैन निर्मल कुमार सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन साहित्य और संस्कृति को जीवित रखते हैं। रोटरी सचिव एसएम साहिल ने कहा कि हिन्दी दिवस से पहले इस तरह का आयोजन रोटरी की ओर से शहर के लिए गर्व की बात है।

अध्यक्ष डॉ. दिलशाद आलम ने कहा कि रोटरी क्लब स्वास्थ्य, शिक्षा, बाढ़ राहत और सेवा कार्यों में लगातार नई मिसाल कायम कर रहा है। इस अवसर पर संत जॉन्स स्कूल के डायरेक्टर डॉ. रमेश सिंह ने सभी कवियों को बधाई दी। शिव बहादुर प्रीतम की कविता “काहे के सकुचैल” पर दर्शकों ने ठहाकों से स्वागत किया। अरुण मोहन भारवी और धन्नू लाल प्रेमातुर की हास्य कविताओं पर खूब तालियां बजीं। नंदेश्वर उपाध्याय, राम प्रताप चौबे, कैफी फारूकी और साबित रोहतासवी की नज्मों ने श्रोताओं का दिल जीत लिया। वशिष्ठ पांडे, हृदय नारायण हेहर, शशि भूषण, राजा रमन पांडे, रत्नेश ओझा राही सहित अन्य कवियों ने अपनी रचनाओं से करीब तीन घंटे तक महफिल में जान डाल दी।

फोटो – सम्मेलन में शामिल कवि, साहित्यकार व अन्य

मौके पर रोटरी के पूर्व गवर्नर डॉ. सीएम सिंह, पूर्व सचिव मनोज वर्मा, सुनील कुमार, मंजेश केसरी, आशीष गुप्ता, प्रदीप जायसवाल, गोपाल केसरी, प्रकाश पांडे, रमाशंकर सिंह, सुदीप खेतान, अमृता केसरी, परशुराम वर्मा, चंदन गुप्ता, नरेश पोद्दार, रोटरी और रोटरेक्ट परिवार के कई सदस्य मौजूद रहे।

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