– परिवार के सदस्यों और दोस्तों ने किया याद, नम हुई आंखें
बक्सर खबर। अजीत जब तक इस धरा धाम पर था। उसकी अलग ही पहचान थी। जिससे भी मिलता था, उसका दिल जीत लेता था। लेकिन, छह वर्ष पहले उसका असमय निधन हो गया। उस होनहार शख्स की छठवीं पुण्यतिथि पर सिंडिकेट के कैलाश भवन में श्रद्धांजलि दी गई। उसके बड़े भाई अमित सिंह ने कहा, वह हमारे जेहन में हमेशा विद्यमान रहता है। उसकी यादें हृदय को आज भी कुरेदती हैं। उनकी बातें सुन अजीत के साथ काम कर चुके कर्मी और दोस्तों की आंखें नम हो गई। इस मौके पर सुजीत, विनोद सिंह, अरविंद सिंह, अप्पू, रतन, मिठू, अभिषेक पांडेय, राकेश, मनीष, कमलेश व अजय समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।