यूपी से हो रही हजारों लीटर की तस्करी, सरकार को लग रहा करोड़ों का चूना, प्रशासन बेखबर बक्सर खबर। बिहार में शराबबंदी के बाद जहां शराब की तस्करी पर सख्त नजर रखी जा रही है, वहीं अब पेट्रोल-डीजल की अवैध तस्करी ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। जिले के सिकरौल थाना क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के उजियार और भरौली से प्रतिदिन चार से छह हजार लीटर सस्ता डीजल और पेट्रोल लाकर बेचा जा रहा है। यह तस्करी गाड़ियों में नोजल मशीन लगाकर की जा रही है। गांव-गांव डीजल की होम डिलीवरी हो रही है, जबकि सड़क किनारे दोपहिया और अन्य गाड़ियों में खुलेआम तेल बेचा जा रहा है। दिवान के बड़का गांव, सिकरौल लख बाजार जैसे इलाकों में यह धंधा धड़ल्ले से पिछले एक साल से चल रहा है।
बड़ी बात यह है कि बिहार की तुलना में उत्तर प्रदेश में पेट्रोल करीब 7-8 रुपये और डीजल 3-4 रुपये सस्ता है, यही कारण है कि तस्करों के लिए यह धंधा भारी मुनाफे का सौदा बन गया है। खेती के समय इस गोरखधंधे की रफ्तार और भी तेज हो जाती है। किसानों को सस्ता डीजल मिलने से जरूर राहत मिल रही है, लेकिन यह पूरी प्रक्रिया कानून के खिलाफ है।बिहार-यूपी सीमा पर जांच चौकी तो है, लेकिन निगरानी इतनी कमजोर है कि तस्कर बेखौफ होकर धंधा चला रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को सब कुछ मालूम होते हुए भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस अवैध कारोबार से सरकार को जहां करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है, वहीं असुरक्षित तरीके से ज्वलनशील पदार्थों की बिक्री से दुर्घटनाओं की भी आशंका बनी रहती है।
सबसे हैरानी की बात यह है कि यह खेल एक-दो महीने का नहीं, बल्कि एक साल से ज्यादा समय से चल रहा है। बावजूद इसके अब तक कोई बड़ा एक्शन नहीं हुआ है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन इस गोरखधंधे पर तत्काल रोक लगाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे। वरना यह गैरकानूनी धंधा और भी विकराल रूप ले सकता है।



































































































डीजल पेट्रोल की तस्करी?? कपड़े व अन्य सामग्री पटना,बनारस तथा लोहा लक्कड़ बलिया से खरीदे जाते हैं। पेट दर्द के और भी साधन हैं!
तस्करी की परिभाषा वकीलों से पढ़ लो भाई। आपकी रोजी-रोटी वैध है ना ?
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