आर-पार की लड़ाई की मांग, कैंडल मार्च निकाल शहीदों को दी श्रद्धांजलि बक्सर खबर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए कायराना आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, के विरोध में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। स्टेशन रोड स्थित शहीद स्मारक पर सोमवार को पूर्व सैनिकों और नागरिकों ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर आक्रोश व्यक्त किया। हेल्थ केयर शाहाबाद जोन के अध्यक्ष डॉक्टर मेजर पीके पाण्डेय और सैनिक संगठन आई ई एस एम के जिलाध्यक्ष सूबेदार हरेंद्र तिवारी के नेतृत्व में एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकाला गया। इस मार्च में भारी संख्या में पूर्व सैनिकों के साथ-साथ मां मुंडेश्वरी अस्पताल के कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। अपने गुस्से का इजहार करते हुए पूर्व सैनिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बार पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने की मांग की। उन्होंने पाकिस्तान के सभी आतंकी ठिकानों पर हमला करने और सीधी जंग छेड़ने की पुरजोर अपील की।
मेजर पीके पाण्डेय ने कहा कि आतंकियों द्वारा किया गया यह कायरतापूर्ण हमला भारत के सहनशक्ति से बाहर है और उन्हें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री इसका बदला जरूर लेंगे। जिलाध्यक्ष सूबेदार हरेंद्र तिवारी ने भी इसी सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि अब ‘आर-पार’ की लड़ाई ही एकमात्र विकल्प है, जिससे भविष्य में पाकिस्तान भारत पर आंख उठाने की हिम्मत नहीं करेगा। जिला उपाध्यक्ष सूबेदार विद्या सागर चौबे ने कहा कि भारत के 140 करोड़ नागरिक इस दुखद घटना से गहरे शोक में हैं और उन्हें अपने प्रधानमंत्री पर पूरा भरोसा है कि इस बार पाकिस्तान पर ऐसी कार्रवाई की जाएगी जिसे पूरी दुनिया देखेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा समय में भारत की सभी राजनीतिक पार्टियां एकजुट होकर मोदी सरकार के साथ खड़ी हैं, जो ‘भारत एक है’ का अनुपम उदाहरण है। मार्च में शामिल सभी पूर्व सैनिकों के चेहरे पर गुस्सा साफ झलक रहा था और सभी ने एक स्वर में इस बर्बर हमले का बदला लेने की मांग की।अंत में, आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों और अन्य निर्दोष भारतीयों की याद में दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद, पूर्व सैनिकों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेनाध्यक्ष का पुतला लेकर शहीद स्मारक से ज्योति प्रकाश चौक तक आक्रोश मार्च निकाला।
पूरे रास्ते “पाकिस्तान मुर्दाबाद”, “आतंकवाद मुर्दाबाद”, और “हिंदुस्तान जिंदाबाद” के नारों से वातावरण गूंजता रहा। ज्योति प्रकाश चौक के पास पहुंचकर पूर्व सैनिकों ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और सेनाध्यक्ष के पुतले को आग के हवाले कर दिया। इस विरोध प्रदर्शन में कैप्टन बी एन पांडेय, कैप्टन श्री निवास सिंह, कैप्टन संजय पाठक, सूबेदार मेजर आर बी सिंह, नायब सूबेदार हरेंद्र मिश्रा, नायब सूबेदार बलि राम मिश्रा, पेटी ऑफिसर सुरेंद्र सिंह, नायब सूबेदार राम नाथ सिंह, नायब सूबेदार श्री किशन लाल, सूबेदार मेजर अलख नारायण श्रीवास्तव, कैप्टन आर सी पाल, नायब सूबेदार तारा बाबू, हवलदार काशी नाथ उपाध्याय, सूबेदार सुदामा प्रसाद दुसाध, हवलदार हरिहर सिंह, नायब सूबेदार जनार्दन सिंह, नायब सूबेदार सत्य नंद पाण्डेय, सूबेदार सुरेश सिंह, नायब सूबेदार एल बी राय, हवलदार रवि कांत राय, नायब सूबेदार सिया राम सिंह यादव समेत दर्जनों पूर्व सैनिक शामिल रहे।