बक्सर खबर : बेटियां अगर ठान लें तो हर संकल्प पूरा करके दिखाती हैं। चौसा गल्र्स हाई स्कूल की 18 छात्राओं ने जिले के सामने मिसाल पेश करने का संकल्प लिया है। घर में शौचालय निर्माण के लिए उन्होंने शपथ ली है। इतना ही नहीं इन्होंने ठाना है। हम अपने गले में माता-पिता द्वारा दिए गए सोने के लाकेट नहीं पहनेंगे। हम इसे परिवार के लोगों को लौटा देंगे। लेकिन, शौचालय का निर्माण करा कर रहेंगे। अपने जिले में आप सभी ने बहुत सी खबरें पढ़ी होंगी। स्वच्छता के लिए इस तरह की मिसाल पेश करने वाली बेटियों की यह पहली खबर है। सोमवार को इन्हें प्रेरित करने वरीय उप समार्हा कुमारी अनुपम सिंह पहुंचीं थीं। उन्होंने समझाया, गले में लाकेट पहनना बुरी बात नहीं। पर सवाल यह उठता है कि, क्या लाकेट पहनने से कितना लाभ होगा। क्या इससे इतना सम्मान मिलेगा। जो किशोरियों को बाहर जाकर शौच करने के दौरान हुई मानसिक उत्पीडऩ को कम कर देगा। अगर ऐसा नहीं है तो अपने परिवार के लोगों को शौचालय निर्माण के लिए आगे आने को कहें। उनकी सीख का बच्चियों पर इतना प्रभाव पड़ा की कुल 18 ने यह संकल्प लिया। हम अपना लाकेट घर वालों को लौटा देंगे। इसे तबतक नहीं पहनेंगे। जब तक घर में शौचालय नहीं बन जाता। राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन के लिए बच्चियों का यह संकल्प पूरे जिले के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।
































































































