हरियाणा से महताब ने मजदूर दिवस पर शुरू किया सफर 6 मई को पहुंचे बक्सर बक्सर खबर। चिलचिलाती धूप, झुलसाती गर्मी और सिर पर मेहनत का बोझ, इन सबके बीच एक नाम है महताब। हरियाणा के पलवल जिले से लगभग 1300 किलोमीटर का सफर तय कर बक्सर पहुंचे महताब ने यह साबित कर दिया कि मेहनत के आगे कोई दूरी बड़ी नहीं होती। स्टेशन रोड पर नगर भवन के समीप जूस का ठेला लगाने वाले महताब ने मजदूर दिवस के दिन खुद ही ठेला चलाकर बक्सर के लिए निकल पड़े और 6 मई को यहां पहुंचे। महताब के इस साहसिक सफर की खबर जब शहर में फैली तो रविवार को शहर के मशहूर चिकित्सक डॉ. दिलशाद आलम और साबित खिदमत फाउंडेशन के संस्थापक, लोकप्रिय उद्घोषक व नामचीन शायर साबित रोहतासवी ने उनका फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत किया।
डॉ. दिलशाद आलम ने कहा, “आज के युग में इस तपती धूप में सैकड़ों किलोमीटर ठेला खींचना नामुमकिन सा लगता है, लेकिन महताब ने इसे कर दिखाया। यही तो आत्मबल और जज्बा है, जो भारत के मजदूरों को खास बनाता है।” सम्मान के दौरान महताब की आंखों में आंसू थे खुशी के, गर्व के और शायद इस लंबे संघर्ष के साक्षी भी। उन्होंने बताया कि वो चाहते थे कि लोगों को शुद्ध और ठंडा जूस मिले, और इसी उद्देश्य से वो नये और आधुनिक जूस ठेले के साथ यहां पहुंचे। प्रसिद्ध उद्घोषक साबित रोहतासवी ने कहा, “बक्सर और बिहार को महताब जैसे मेहनती इंसान पर गर्व है। ऐसे लोग समाज के असली नायक होते हैं जो न सिर्फ अपने परिवार का, बल्कि समाज का भी ख्याल रखते हैं।” सम्मान समारोह में गब्बर, अभिषेक, शोभा, रुकसाना, अंजलि, सोनम, रौशन आरा, विजय कुमार, अजय, अशोक, राहुल, कैफ, शकीला, इम्तियाज अंसारी, जनार्दन, जय प्रकाश, मंजू कुमारी व अन्य लोग मौजूद थे।