बक्सर खबर : यह वह जिला है। जहां अपने हक के लिए भी लोगों को धरना देना होता है। इतना ही नहीं जब अधिकारी न सूने तो आमरण अनशन भी करना होता है। इतना कुछ करने के बाद डीएम की नींद टूट जाए तो उसे अच्छा ही कहेंगे। सेवा निवृत होने के बाद प्रणव वेतनमान की आवाज उठाते चले आ रहे शिक्षकों की इस मांग पर प्रशासन ने संज्ञान लिया है। मंगलवार को ही इस सिलसिले में जांच दल का गठन किया गया है।
उप विकास आयुक्त मोबीन अली अंसारी व प्रोग्राम पदाधिकारी शशिकांत पासवान को इसका जिम्मा दिया गया है। डीएम ने इनसे शिक्षा विभाग की जांच कर कारणों के साथ रिपोर्ट देने को कहा है। इस सिलसिले में जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं उनके कार्यालय तथा डीपीओ स्थापना आदि से पूछताछ होनी है। भ्रष्टाचार के इस दौर में किन कारणों से शिक्षकों को प्रणव वेतनमान का लाभ नहीं मिल रहा। इसकी कलई खुले या न खुले। अर्जी देने वालों समस्या का समाधान हो जाए। वह अपने आप में एक चुनौती है।


































































































